खुफिया रिपोर्ट के बाद हरियाणा में गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों में फेरबदल, जानिए अब खट्टर कहां फहराएंगे तिरंगा
गुरुग्राम। नए कृषि बिल को लेकर किसानों के आंदोलन को देखते हुए हरियाणा मे 26 जनवरी के कार्यक्रमों में फेरबदल किए गए हैं। ऐसी खुफिया रिपोर्ट थी कि किसान संगठन कार्यक्रम में खलल डाल सकते हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल अब पानीपत के बजाय पंचकूला में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। पानीपत में मुख्य सचिव विजय वर्धन को तिरंगा फहराने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, खेल राज्यमंत्री संदीप सिंह का नाम जिलों के मुख्य अतिथि की सूची से हटा दिया गया है। किसान आंदोलन से प्रभावित दस जिलों में आइएएस अफसरों को कमान सौंपी गई है।
आपको बता दें कि इससे पहले पंचकुला में राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य का ध्वाजारोहण का कार्यक्रम था, लेकिन फिर मुख्य सचिव कार्यालय के संसदीय कार्य विभाग की तरफ से जानकारी दी गई की अब 26 जनवरी को राज्यपाल पंचकूला की जगह राजभवन में तिरंगा फहराएंगे। बताया गया है की बीजेपी का कोई भी बड़ा नेता रोहतक नहीं जाएगा
सीआईडी ने दी थी खुफिया रिपोर्ट
सीआइडी ने सरकार को रिपोर्ट दी थी कि किसान संगठन पानीपत में सीएम के कार्यक्रम में बाधा डाल सकते हैं। इसके बाद सीएम का प्रोग्राम पानीपत से हटाकर पंचकूला में कर दिया गया। इसी तरह किसानों द्वारा कुछ मंत्रियों के कार्यक्रम में अड़ंगा डालने की खुफिया रिपोर्ट के बाद उनके कार्यक्रम स्थल बदले गए हैं। श्रम रोजगार राज्य मंत्री अनूप धानक के कार्यक्रम में तीसरी बार बदलाव हुआ है। पहले उन्हें सिरसा से हटाकर पलवल में मुख्य अतिथि बनाया गया था, लेकिन अब उनकी ड्यूटी फरीदाबाद में लगाई गई है।
गौरतलब है कि आपको बता दें कि पंजाब के बाद हरियाणा ही वो राज्य है, जहां किसान आंदोलन सबसे अधिक आक्रामक होता दिखा है। इससे पहले भी करनाल के कार्यक्रम में किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर का विरोध किया था। तब किसानों की ओर से कार्यक्रम स्थल पर हंगामा किया गया। ऐसे में खट्टर का हेलिकॉप्टर लैंड ही नहीं हो पाया और कार्यक्रम रद्द हो गया। मनोहर खट्टर के अलावा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को भी किसानों के गुस्से का शिकार होना पड़ा था। एक कार्यक्रम स्थल के पास किसानों ने हेलिपेड को ही उखाड़ दिया था।