महाराष्ट्र में पांच साल बाद बने 4 मुस्लिम मंत्री, शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार ने बनाया रिकॉर्ड
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बनी शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार सोमवार को हुआ। इस कैबिनेट विस्तार में कुल 36 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, जिनमें एक उपमुख्यमंत्री, 25 कैबिनेट मंत्री और 10 राज्य मंत्री शामिल हैं। इस शपथ समारोह के साथ ही महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने एक नया रिकॉर्ड भी बनाया है। करीब पांच साल बाद ऐसा पहली बार हुआ जब प्रदेश सरकार में एक-दो नहीं बल्कि चार मुस्लिम मंत्री बनाए गए हैं। वहीं इससे पूर्व की देवेंद्र फडणवीस सरकार में कोई मुस्लिम मंत्री नहीं बनाया गया था।
महाराष्ट्र सरकार में चार मुस्लिम मंत्री
महाराष्ट्र में पूर्व की फडणवीस सरकार में करीब पांच साल तक कोई मुस्लिम प्रतिनिधित्व नहीं होने के बाद, अब उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार में एक साथ चार मुस्लिम मंत्रियों को शामिल किया गया है। कांग्रेस और एनसीपी ही नहीं बल्कि शिवसेना ने भी प्रदेश में मुस्लिम समुदाय पर अपनी पैठ को मजबूत करने के लिए अपने कोटे से मंत्री बनाया है। सोमवार को हुए शपथ समारोह में जिन मुस्लिम मंत्रियों को शपथ दिलाई गई उनमें तीन कैबिनेट रैंक वाले हैं, जबकि एक राज्य मंत्री हैं।
एनसीपी कोटे से दो मुस्लिम मंत्री
महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट विस्तार में जिन मंत्रियों को शामिल किया गया है उनमें एनसीपी के दिग्गज नेता नवाब मलिक और हसन मुश्रीफ का नाम प्रमुख है। कांग्रेस की ओर से असलम शेख को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है। इनके अलावा शिवसेना के कोटे से अब्दुल सत्तार को राज्य मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई है। वहीं मौजूदा विधानसभा की स्थिति पर नजर डालें तो इस बार कुल 10 मुस्लिम विधायक बने हैं, जो कि 2014 की तुलना में थोड़ा बेहतर है, उस समय नौ मुस्लिम विधायक चुने गए थे।
एनसीपी से नवाब मलिक और हसन मुशर्रफ बने कैबिनेट मंत्री
महा विकास अघाड़ी सरकार में एनसीपी कोटे से नवाब मलिक को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। नवाब मलिक एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बेहद करीबी नेता माने जाते हैं, वो चेंबूर विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने हैं। पांचवी बार विधायक बने नवाब मलिक अभी एनसीपी में राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वो मुंबई में एनसीपी अध्यक्ष पद की भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वहीं एनसीपी के दिग्गज नेता हसन मुशर्रफ को भी महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। हसन मुशर्रफ एनसीपी का मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं, वो कोल्हापुर की कागल विधानसभा सीट से जीतकर आए हैं। पश्चिम महाराष्ट्र की सियासत के हसन मुशर्रफ कद्दावर नेता हैं और पहले भी मंत्री रह चुके हैं।
शिवसेना कोटे से अब्दुल सत्तार को सरकार में मिली जगह
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार में शिवसेना के कोटे से अब्दुल सत्तार को मंत्री बनाया गया है। अब्दुल सत्तार को राज्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली है। अब्दुल सत्तार के बारे में बताएं तो वो विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का साथ छोड़कर शिवेसना में आए थे और पार्टी के इकलौते मुस्लिम विधायक हैं, जिन्हें उद्धव ठाकरे ने अपनी कैबिनेट में जगह दी है। सत्तार औरंगाबाद जिले की सिलोड विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। ऐसा माना जाता है कि महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के बीच गठबंधन में उन्होंने खास रोल निभाया।
कांग्रेस नेता असलम शेख बने कैबिनेट मंत्री
उद्धव सरकार में कांग्रेस के कोटे से असलम शेख को कैबिनेट मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है। वो मुंबई के मलाड इलाके से विधायक चुनकर आए हैं और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल हैं। उन्होंने लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीता है और विधायक बने हैं। इससे पहले 2004 में बनी महाराष्ट्र की विलासराव देशमुख की अगुवाई वाली सरकार में तीन मुस्लिम मंत्रियों ने कैबिनेट रैंक हासिल की थी। हालांकि, प्रदेश सरकार में सबसे ज्यादा मुस्लिम प्रतिनिधित्व विलासराव देशमुख के ही कार्यकाल में 1999 से 2003 के बीच में था, जिनमें कुल सात मंत्री बने थे, इनमें दो कैबिनेट मंत्री बने थे।
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