दिल्ली में हार के बाद गौतम गंभीर ने 'मुफ्तखोरी' को लेकर दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के हाथों हुई करारी हार के बाद अपनी कमियों को लेकर विश्लेषण में जुटी हुई है और उसी के हिसाब से पार्टी नेताओं की ओर से रह-रह कर नए बयान आ रहे हैं। अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने भी आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली की जनता को दी जाने वाली मुफ्त सेवाओं को लेकर बड़ी बात कही है। गौरतलब है कि दिल्ली की विपक्षी पार्टियां सत्ताधारी दल पर जनता को वोट लेने के लिए मुफ्त की सुविधाएं बांटने का तंज कसती रही हैं। लेकिन, अब गंभीर ने कहा है कि उनकी पार्टी मुफ्त में दी जाने वाली सुविधाओं के खिलाफ नहीं है, वह तो लोगों को सिर्फ सक्षम बनाने की बात करती है।
पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर ने कहा है कि "बीजेपी मुफ्त में दी जाने वाली सुविधाओं के खिलाफ नहीं है, वह दिल्ली को सिर्फ सक्षम बनाना चाहती थी।"
बता दें कि पार्टी नेताओं की ओर से मुफ्त की सेवाओं के लिए केजरीवाल की पार्टी हमेशा से निशाने पर रही है और पार्टी आरोप लगाती रही है कि आम आदमी पार्टी ज्यादा कुछ करती नहीं सिर्फ मुफ्त की सुविधाएं देकर वोट वसूलने का काम करती है।
पटना के एक कार्यक्रम में गंभीर ने ये भी कहा कि दिल्ली में हार के लिए उनके साथ-साथ दिल्ली के 6 अन्य सांसद भी जिम्मेदार हैं और वे अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते।
बता दें कि इस बीच भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी माना है कि दिल्ली के चुनाव में पार्टी नेताओं के 'गोली मारो' और 'भारत-पाक' मैच जैसे बयानों से पार्टी को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा है कि भाजपा के नेताओं को ऐसे बयानों से बचना चाहिए। इस दौरान शाह ने ये भी माना कि चुनाव नतीजों को लेकर उनका आकलन गलत साबित हुआ। गौरतलब है कि उन्होंने दिल्ली में 45 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा किया था।
दिल्ली चुनाव में 70 सीटों में से बीजेपी को सिर्फ 8 सीटें मिली हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 62 सीटें मिली हैं। अलबत्ता भाजपा का वोट प्रतिशत 6 फीसदी से ज्यादा जरूर बढ़ गया है।
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