लॉकडाउन के बाद फिर से दौड़ने को तैयार दिल्ली मेट्रो, एक कोच में 50 यात्री ही कर पाएंगे सफर
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरा देश बीते 2 महीने से लॉकडाउन पर है। ट्रेन, बसें, मेट्रो सबपर ब्रेक लगा हुआ है। लॉकडाउन 4 में मेट्रो सेवा शुरू करने की सुगबुगाहट थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। लेकिन अब दिल्ली मेट्रो फिर से दौड़ने को तैयार है। मेट्रो सर्विस शुरू करने से पहले नियमों के बदलाव किए गए हैं। जी हां अब जब मेट्रो का परिचालन शुरू होगा तो एक कोच में सिर्फ 50 लोग ही सफर कर पाएंगे। आपको बता दें कि दिल्ली में चार, छह और आठ कोच वाली ट्रेनें चलती हैं। अगर एक कोच में 50 लोग सफर करेंगे तो चार कोच वाली ट्रेन में 200, छह कोच वाली में 300 और आठ कोच वाली ट्रेन में 400 यात्री एक बार में सफर कर पाएंगे।
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सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए करना होगा सफर
मेट्रो में सफर के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना होगा। जो लोग खड़े होकर यात्रा करते हैं उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि एक मीटर की दूरी बने रहे। सीसीटीवी कैमरे की मदद से सुरक्षाकर्मी यात्रियों पर नजर रखेंगे। इसके अलावा सीट पर बैठने वालों को एक सीट छोड़कर बैठना होगा। मसलन दो यात्रियों के बीच एक सीट खाली रहेगी। मेट्रो ने इसके लिए सीट पर स्टिकर भी लगाए हैं।
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सोशल डिस्टेंसिंग की गुंजाइश है तो यह संख्या थोड़ी ऊपर नीचे भी हो सकती है
DMRC के अधिकारी ने बताया कि अगर किसी कोच में ऐसा लगता है कि सोशल डिस्टेंसिंग की गुंजाइश है तो यात्रियों की संख्या थोड़ी ऊपर नीचे भी हो सकती है। आपको बता दें कि पहले मेट्रो में रोजाना 28 लाख से अधिक लोग सफर करते थे। परिचालन से ही मेट्रो को रोजाना 10 करोड़ का फायदा होता था। तब आठ कोच वाली मेट्रो में अधिकतम 2500 लोग सफर करते थे। मगर, अब यह संख्या 400 पर पहुंच गई है। ऐसे में मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि परिचालन शुरू होने के बाद भी उनका घाटा जारी रहेगा।
रोज 5000 चक्कर लगाती है मेट्रो
जानकारी के मेट्रो दिल्ली मेट्रो के पास 300 से अधिक ट्रेने हैं। ये रोज अलग-अलग लाइन पर 5000 से ज्यादा चक्कर लगाती है। यह दिल्ली एनसीआर के छह शहरों नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, दिल्ली और बहादुरगढ़ को आपस में जोड़ती हैं। अगर ये कहा जाए कि ये दिल्ली की लाइफ लाइन हैं तो कोई गलती नहीं होगी।