शशि थरूर ने कसा PM मोदी पर तंज, कहा- अयोध्या में 8 करोड़ लोगों को भूल जाना चिंता का विषय
नई दिल्ली। अपने बयानों और Tweet को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ और लोकप्रिय नेता शशि थरूर ने एक बार फिर से पीएम मोदी पर तंज कसा है, उन्होंने 5 अगस्त में अयोध्या में हुए राममंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम मोदी के दिए भाषण की आलोचना की है, उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रधानमंत्री मोदी ने 130 करोड़ भारतीयों को बधाई दी जबकि भारत की जनसंख्या 138 करोड़ से अधिक है।
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उन्होंने इस बारे में एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि राम मंदिर के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने 130 करोड़ भारतीयों को बधाई दी लेकिन संयुक्त राष्ट्र के आंकड़े के अनुसार 2020 के मध्य तक भारत की अनुमानित आबादी 1,38,00,04,385 है,संशोधित नागरिकता कानून तथा राष्ट्रीय नागरिक पंजी के बाद 8 करोड़ लोगों को भूलना चिंता की बात है। अगर यह अनजाने में हुआ है तो सुधार करने से आश्वासन मिलेगा।
'राम हमारे मन में बसे हैं, हमारी संस्कृति का आधार'
मालूम हो किपीएम मोदी ने 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास करते हुए कहा था कि कई पीढ़ियों ने दशकों तक राम मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष किया इसलिए मैं देश के 130 करोड़ लोगों की ओर से उनके उस बलिदान के लिए उन्हें नमन करता हूं, जिससे राम मंदिर की नींव रखने का मार्ग प्रशस्त हुआ था, उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि जो जहां है वो आज इस आयोजन को देख रहा है, वह भावविभोर है। साथियों राम हमारे मन में गढ़े हुए हैं। हमारे भीतर घुल मिल गए हैं। कोई काम करना हो तो प्रेरणा के लिए हम भगवान राम की ओर ही देखते हैं। आप भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए। इमारतें नष्ट हो गईं। क्या कुछ नहीं हुआ। अस्तित्व मिटाने का हर प्रयास हुआ, लेकिन राम आज हमारे मन में बसे हैं। हमारी संस्कृति का आधार है।
अयोध्या जा सकते हैं राहुल गांधी
वैसे जहां राम मंदिर को लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर वार कर रही है, वहीं दूसरी ओर खबर है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी स्वंतत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के बाद कभी भी अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए जा सकते हैं।
राहुल गांधी ने भूमि पूजन के बाद ट्वीट भी किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं, राम प्रेम हैं, वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते. राम करुणा हैं, वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते. राम न्याय हैं, वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते।
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