अखिलेश-मायावती के अलग होने पर महागठबंधन के एक और साथी ने किया बड़ा ऐलान
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिलने के बाद उत्तर प्रदेश में बना समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन टूट गया है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने आगामी विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ने के ऐलान के साथ ही गठबंधन तोड़ने की घोषणा की। इसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी कहा कि पार्टी आगामी विधानसभा उपचुनाव में अकेले उम्मीदवारी की तैयारी करेगी। सपा-बसपा के अलगाव के बाद महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोकदल की भी प्रतिक्रिया आई है। चौधरी अजित सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल ने भी कहा कि पार्टी आगामी विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेगी।
सपा-बसपा गठबंधन टूटने पर RLD ने क्या कहा
हालांकि, यूपी में राष्ट्रीय लोकदल प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने उम्मीद जताई है कि आने वाले समय में 'गठबंधन' बरकरार रहेगा। यूपी विधानसभा उपचुनाव पार्टी के लिए बेहद अहम है, ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी का यूपी विधानसभा में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। इसी के मद्देनजर प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने कहा, "राष्ट्रीय लोकदल यूपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में अकेले ही उम्मीदवारी करेगी, पार्टी अपने दम पर ये चुनाव लड़ेगी। हालांकि, प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य पर अभी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।"
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मसूद अहमद बोले- रालोद अकेले लड़ेगी विधानसभा उपचुनाव
मसूद अहमद ने कहा, "पार्टी प्रमुख चौधरी अजित सिंह और जयंत चौधरी तय करेंगे कि पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस मुद्दे पर अगले कुछ दिनों में पार्टी नेताओं की बैठक में चर्चा होगी।" सपा-बसपा गठबंधन टूटने के बाद प्रदेश के बदले राजनीतिक परिदृश्य में रालोद की भूमिका के बारे में भी मसूद अहमद ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय लोकदल समाजवादी पार्टी के साथ थी। हमें सपा मुखिया अखिलेश यादव के कोटे से सीटें मिलीं। हालांकि कांग्रेस को भी महागठबंधन का हिस्सा होना चाहिए था।"
लोकसभा चुनाव में 3 सीटों पर उतरी RLD, सभी पर मिली हार
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में राष्ट्रीय लोकदल महागठबंधन में शामिल थी, पार्टी ने लोकसभा की तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। पार्टी के अध्यक्ष हालांकि पार्टी को तीनों ही सीट पर हार का सामना करना पड़ा। पार्टी की ओर से अजित सिंह मुजफ्फरनगर से, बागपत से जयंत चौधरी और मथुरा से कुंवर नरेंद्र सिंह चुनाव मैदान में थे, हालांकि तीनों ही सीट पर पार्टी को करारी शिकस्त मिली। इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में भी रालोद ने 277 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, हालांकि पार्टी के 266 उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई थी।
मायावती ने किया अकेले उपचुनाव लड़ने का ऐलान तो ये बोले अखिलेश
इससे पहले मंगलवार को बसपा प्रमुख मायावती ने सपा से अलग होने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि बसपा उत्तर प्रदेश में 11 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अकेले उतरेगी। मायावती ने कहा, "लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा गठबंधन कर साथ लड़े लेकिन नतीजे उम्मीदों के अनुसार नहीं आए। सपा का कोर वोटर यानी यादव सपा के साथ नहीं टिका और भीतरघात करते हुए भाजपा को ट्रांसफर हुआ।" बसपा अध्यक्ष के अकेले चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कहा कि वो भी अपनी तैयारी करेंगे और उपचुनाव अकेले लड़ेंगे।
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