हिरासत में एक दूसरे से भिड़े उमर अब्दुल्ला- महबूबा मुफ्ती, दोनों को झगड़े के बाद अलग-अलग रखा गया
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद से ही सियासी उठापटक का दौर लगातार जारी है। तमाम विपक्षी दल सरकार के फैसले की खुलकर आलोचना कर रहे हैं। आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को हिरासत में ले लिया गया था। लेकिन दोनों की बीच विवाद कुछ इस कदर बढ़ा कि अधिकारियों को दोनों ही नेताओं को अलग-अलग रखना पड़ा। दरअसल दोनों ही नेता एक दूसरे पर यह आरोप लगा रहे थे कि उन्होंने ही भाजपा को घाटी में आने में मदद की। दोनों नेताओं के बीच बढ़ते विवाद को देख अधिकारियों ने महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को अलग-अलग शिफ्ट कर दिया।
महबूबा पर बरसे उमर
महबूबा मुफ्ती के साथ विवाद के दौरान उमर अब्दुल्ला उनपर चिल्ला पड़े और उन्होंने महबूबा के दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद पर भाजपा के साथ 2015 और 2018 में गठबंधन करने का आरोप मढ़ा। जिसके बाद दोनों ही नेताओं के बीच जमकर कहासुनी हुई। जिसके बाद वहां उपस्थित स्टाफ ने इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्ला को याद दिलाया कि किस तरह से फारुक अब्दुल्ला ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ एनडीए सरकार में दिया था।
उमर पर लगाया आरोप
एक अधिकारी ने बताया कि महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्ला पर चिल्लाते हुए कहा कि आप तो वाजपेयी सरकार में जूनियर मिनिस्टर थे। यही नहीं महबूबा ने उमर अब्दुल्ला के दादा को 1947 में जम्मू कश्मीर का भारत में विलय करने के लिए आरोप लगाया। एक अधिकारी ने बताया कि जब दोनों ही नेताओं के बीच विवाद काफी बढ़ गया तो दोनों को अलग-अलग शिफ्ट करने का फैसला लिया गया। उमर अब्दुल्ला को जहां महादेव पहाड़ी के पास चेश्माशाही में वन विभाग के भवन में रखा गया है तो महबूबा मुफ्ती को हरि निवास महल में रखा गया है।
जेल के नियमों के अनुसार रखा जा रहा
इस पूरे विवाद से पहले उमर अब्दुल्ला हरि निवास के ग्राउंड फ्लोर पर थे और महबूबा मुफ्ती पहली मंजिल पर थीं। बता दें कि हरि निवास को आतंकियों से पूछताछ के लिए इस्तेमाल किया जाता है। एक अधिकारी ने बताया कि दोनों ही नेताओं को जेल के नियमों और उनके पद को देखते हुए यहां रखा गया है। बता दें कि घाटी में आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है और अधिकतर जगहों पर धारा 144 लागू है और मोबाइल फोन, इंटरनेट की सेवा को ठप कर दिया गया है।
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