अब भी स्पीकर के सहारे बोल पा रही हैं जयललिता, गले में लगी है ट्यूब
अस्पताल के अध्यक्ष रेड्डी ने कहा कि वो 90 प्रतिशत सांस खुद ले पाने में सक्षम हैं।
नई दिल्ली। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता 90 प्रतिशत सांस खुद से ले रही हैं और मशीन की मदद से बोल रही हैं। यह जानकारी अपोलो अस्पताल के अध्यक्ष प्रताप रेड्डी ने शुक्रवार को मीडिया को जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जयललिता के शरीर जिन अंगों में दिक्कत थी, वो सभी सही हो गए हैं लेकिन गले में ट्यूब लगी है। जिसकी वजह से ही वो 90 प्रतिशत सांस खुद लेने में सक्षम हैं।
रेड्डी ने बताया कि इस दशा में वो स्पीकर की मदद से बात कर रही हैं लेकिन यह अस्थाई व्यवस्था है। वो जल्द से जल्द बिना किसी मशीनी मदद के बोलने में सक्षम हो जाएंगी।
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वो जब चाहें जा सकती हैं अस्पताल
इससे पहले रेड्डी ने कहा था कि जयललिता बिल्कुल ठीक हैं। रेड्डी ने जानकारी दी थी कि जयललिता का इंफेक्शन पूरी तरह से कंट्रोल में है और जब वो चाहें अस्पताल से जा सकती हैं।
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रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री को अस्पताल से डिस्चार्ज करने की कोई तारीख अभी तय नहीं की गई है। वो खुद को जब भी घर जाने के लिए फिट पाएंगी, उनको डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि 68 वर्षीय जयललिता 22 सितंबर से अस्पताल में भर्ती हैं। जयललिता को तेज बुखार था और डीहाइड्रेशन की समस्या के बाद भर्ती कराया गया था।
पन्नीरसेल्वम हैं अंतरिम मुख्यमंत्री
जयललिता का इलाज लंदन और दिल्ली के एम्स के डॉक्टरों की टीम की निगरानी में चल रहा है।
जयललिता की अनुपस्थिति में फिर से पूर्व मुख्यमंत्री के भरोसेमंद ओ पन्नीरसेल्वम प्रदेश के अंतरिम मुख्यमंत्री हैं। विपक्ष के प्रदेश को बिना मुख्यमंत्री का प्रदेश कहने पर उनको कार्यभार सौंपा गया था।
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जयललिता की बीमारी के दौरान उनकी पार्टी के अलावा दूसरे दलों के नेता भी लगातार उनकी खैरियत लेने अस्पताल जाते रहे हैं। राहुल गांधी, नीता अंबानी और कई फिल्मी सितारें उनका हालचाल जानने के लिए अस्पताल में गए।