एचएस फूल्का का AAP से इस्तीफा, केजरीवाल ने मनाया लेकिन माने नहीं
नई दिल्ली। एचएस फूल्का ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद फूल्का ने कहा कि 'मैंने आप से इस्तीफा दे दिया है और अपना इस्तीफा केजरीवाल को सौंप दिया है। हालांकि उन्होंने मना किया लेकिन मैं अपनी बात पर कायम रहा।'फूल्का पिछले तीन दशकों से कोर्ट में 1984 के सिख विरोधी दंगों के केस लड़ रहे थे।
फूलका ने ट्वीट किया, "मैंने आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है और अपना इस्तीफ़ा केजरीवाल जी को सौंप दिया है। हालांकि उन्होंने मुझे इस्तीफ़ा नहीं देने को कहा, लेकिन मैंने इस्तीफ़े पर ज़ोर दिया। मैं कल शाम चार बजे दिल्ली के प्रेस क्लब में पार्टी छोड़ने के कारणों और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताऊंगा।" फूल्का मार्च 2017 में पंजाब में विपक्ष के नेता बने थे, लेकिन कुछ ही समय बाद उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पद से यह कहते हुए इस्तीफ़ा दे दिया था कि वह 1984 के मामलों पर फ़ोकस करना चाहते हैं।
फूल्का का इस्तीफ़ा ऐसे समय में हुआ है जब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच 2019 के लोकसभा चुनावों में गठबंधन की बातें चल रही थी, हालाँकि गुरुवार को ही पार्टी के नेता संजय सिंह ने साफ़ किया था कि उनकी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार को हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने सिख दंगों के एक मामले में दोषी ठहराया था और उन्हें उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई थी। सज्जन कुमार को कोर्ट ने 31 दिसंबर तक समर्पण करने को कहा था।