'देश में फिर आ सकता है आपातकाल, लोकतंत्र विरोधी ताकतें मजबूत हैं'
नई दिल्ली। देश में पहली बार जब आपात काल लगाया गया था तो देशभर में कई शीर्ष नेताओं को जेल के पीछे डाल दिया गया था। इंदिरा गांधी द्वारा लगाये गये उस आपातकाल की काली यादों को कोई आज भी नहीं भूल पाया है। लेकिन भाजपा का भीष्म पितामह लाल कृष्ण आडवाणी को अभी भी आपातकाल का डर सता रहा है।[जब कानून और संविधान से उपर उठ गयी थी इंदिरा गांधी]
पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा कि आज भी मैं देश में आपातकाल लगाये जाने की संभावना से इनकार नहीं कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि भारत की राजरनीतिक व्यवस्था को देखते हुए आज भी इमरजेंसी की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है।
गौरतलब है कि 25 जून, 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी जोकि तकरीबन दो साल तक लागू रही। वहीं इस मौके पर बोलते हुए आडवाणी ने कहा कि मौजूदा समय में संस्थायें संविधान के कवच के बावजूद व्यवस्था पर पूरी तरह से हावी होने का माद्दा रखती हैं।