पद्मश्री मिलने पर आलोचकों को अदनान सामी का जवाब, इस तरह से बोलती की बंद
नई दिल्ली। पाकिस्तानी मूल के सिंगर और कंपोजर अदनान सामी को जिस तरह से पद्मश्री अवार्ड दिया गया, उसके बाद एक वर्ग ने इसका विरोध किया था। लेकिन लोगों के विरोध के बीच अदनान सामी का कहना है कि पद्मश्री प्राप्त करने के बाद मैं अपने काम के प्रति और भी जिम्मेदार महसूस करता हूं। यह बेशकीमती है, मुझे लगता है कि जब आपको पद्मश्री जैसे सम्मानित खिताब से नवाजा जाता है तो आपकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। अब मैं खुद को और भी जिम्मेदार महसूस करता हूं और बेहतर करने की अधिक कोशिश करता हूं।
मुझे फर्क नहीं पड़ता
बता दें कि अदनान सामी को पद्मश्री दिए जाने का सोशल मीडिया पर काफी लोगों ने विरोध किया था। ना सिर्फ सोशल मीडिया पर बल्कि तमाम विपक्षी दल के नेताओं ने भी सरकार के इस फैसले की आलोचना की थी। आलोचकों का कहना था ऐसे समय में भारत के पाकिस्तान के साथ संबंध अच्छे नहीं है, इस तरह का कदम सही नहीं है। कई लोगों ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसे भारतीय संगीतकार हैं जिनकी अनदेखी की गई। लेकिन इन तमाम आलोचनाओं से अदनान सामी बेफिक्र हैं, वह कहते हैं कि मुझे इन आलोचनाओं से फर्क नहीं पड़ता है।
130 करोड़ लोगों ने पसंद किया
अदनान सामी ने कहा कि अगर उन्हें यह अच्छा नहीं लगा तो कोई बात नहीं। मैंने उन्हें भुला दिया है। ये बेचारे लोग हैं, मैं उम्मीद करता हूं कि ये लोग इससे सीखेंगे। अगर कुछ मुट्ठीभर लोगों को यह अच्छा नहीं लगता है तो इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि 130 करोड़ लोगों ने इस फैसले को पसंद किया है। अहम बात यह है कि जिस क्षेत्र के लिए मुझे यह सम्मान दिया गया है वह आर्ट और म्युजिक है। अदनान सामी ने यह बात अपने नए गाने तू याद आया के रिलीज के मौके पर कही।
और भी अधिक जिम्मेदारी बढ़ी
गायक सामी ने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक होने के अलावा मेरी यह जिम्मेदारी भी है कि अपने क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूं जोकि संगीत है, जिसके लिए मुझे सम्मानित किया गया है। मैं लोगों को संगीत के जरिए और प्यार देने की कोशिश करूंगा। बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर अदनान सामी सहित 118 लोगों को पद्मश्री सम्मान देने की घोषणा की थी।
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