राहुल गांधी के इनकार के बाद कांग्रेस ने लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी को बनाया पार्टी का नेता
नई दिल्ली: लोकसभा में कांग्रेस के नेता पद की जिम्मेदारी अधीर रंजन चौधरी को सौंपी गई है। राहुल गांधी के ये पद संभालने से इनकार करने के बाद उन्हें ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। इस मामले में चर्चा के लिए राहुल गांधी और उनकी मां और यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद था। लोकसभा का संसत्र सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। लोकसभा के नाम दिए पत्र में जानकारी दी गई है कि अधीर रंजन चौधरी संसद में कांग्रेस पार्टी के नेता होंगे और सभी महत्वपूर्ण चयन समितियों में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
पीएम मोदी द्वारा बुलाई सर्वदलीय बैठक पर चर्चा
कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार(19 जून) को एक राष्ट्र और एक चुनाव पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक पर भी इस चर्चा में फोकस किया। कांग्रेस इसका विरोध करती है। उसका तर्क है ये कि अव्यावहारिक और तार्किक बताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के पास नया नेता चुनने के लिए कोई विकल्प नहीं था। लेकिन कांग्रेस ने इस मुद्दे पर लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजें आने के बाद नरम रुख अपना रखा था।
राहुल गांधी थे पहली पसंद
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के अपने पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद पार्टी चाहती थी कि राहुल ये पद संभाले। जहां राहुल अध्यक्ष पद छोड़ने पर अड़े हुए हैं, वहीं दूसरी और उन्होंने लोकसभा में कांग्रेस का नेता बनने से भी इनकार कर दिया। राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में इस्तीफे देने की पेशकश की थी। लेकिन पार्टी उन्हें मनाने में जुटी हुई। पार्टी के नरम रुख की वजह राहुल गांधी थे। वो इस पद पर उन्हें लाना चाहते थे। कल से लोकसभा सत्र शुरू होने के बाद पार्टी ने अधीर रंजन को चुना। गौरतलब है कि पीएम मोदी के कार्यकाल का ये पहला संसद सत्र है।
कांग्रेस के ये नेता थे रेस में
अधीर रंजन चौधरी के साथ केरल के नेता के सुरेश, पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर कांग्रेस के लोकसभा में नेता पद की रेस में थे। लेकिन पार्टी ने लोकसभा के पांच बार के सांसद अधीर को उनके अनुभव को देखते हुए ये जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया। आज हुई बैठक में पार्टी ने लोकसभा के स्पीकर के चयन पर भी चर्चा की और एनडीए की पसंद का विरोध नहीं करने का फैसला किया। राजस्थान के सांसद ओम बिरला को बीजेपी ने इस पद के लिए चुना है।
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