दिल्ली हिंसा मामले में गिरफ्तार उमर खालिद के सपोर्ट में उतरीं स्वरा भास्कर, रिहाई की मांग करने पर हुईं ट्रोल
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर सोशल मीडिया पर काफी सक्रिया रहती हैं और लगभग हर मुद्दे पर अपनी राय रखती हैं। अब स्वरा भास्कर ने उमर खालिद की रिहाई की मांग की है और इसे लेकर एक ट्वीट किया है। बता दें दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने दिल्ली हिंसा की साजिश के मामले में जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद को गिरफ्तार किया है। उमर खालिद का नाम दिल्ली हिंसा की लगभग हर चार्जशीट में दर्ज है। अपने ट्वीट में स्वरा भास्कर ने लिखा है, 'हैशटैग आई स्टैंड विद उमर खालिद, हैशटैग फ्री उमर खालिद।'
स्वरा के पुराने ट्वीट्स फिर वायरल
हालांकि बहुत से सोशल मीडिया यूजर्स को स्वरा भास्कर का ये ट्वीट पसंद नहीं आया और उन्होंने कमेंट सेक्शन में इसपर आपत्ति जताई है। लोगों ने स्वरा के पुराने ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट तक शेयर किए हैं। जो दिल्ली हिंसा से पहले किए गए थे। इनमें से एक ट्वीट में स्वरा भास्कर ने लिखा है, 'दिल्ली सड़कों पर आओ।' इससे पहले कई बार स्वरा पर आरोप लगा है कि वह अपने ट्वीट्स के कारण हिंसा भड़काने की कोशिश करती हैं। बीते महीने ही फिल्म मेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री और अशोक पंडित ने स्वरा भास्कर को उनके पुराने ट्वीट्स के चलते निशाने पर लिया था। और उन्हें दिल्ली हिंसा फैलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया था। अशोक पंडित ने तो स्वरा की गिरफ्तारी की मांग तक की थी।
यूएपीए के तहत हुई गिरफ्तारी
बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के पहले दिए भाषण और आरोपियों के साथ हुई बातचीत के कॉल रिकार्ड व मीटिंग और आरोपियों के बयानों में साजिशकर्ता बताते हुए उमर खालिद की गिरफ्तारी हुई है। उमर खालिद की गिरफ्तारी यूएपीए के तहत हुई है। सूत्रों के मुताबिक उमर खालिद को समन देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। वहीं कई घंटों की पूछताछ के बाद उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया है। उमर खालिद की गिरफ्तारी के बाद यूनाइटेड अगेंस्ट हेट ने बयान जारी किया है। यूनाइटेड अगेंस्ट हेट ने कहा है, '11 घंटे की पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने उमर खालिद को दिल्ली हिंसा मामले में साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस हिंसा की जांच की आड़ में आपराधिक विरोध प्रदर्शन को बढ़ा रही है।'
उमर खालिद कौन है?
लगभग तीन दशक पहले उमर खालिद का परिवार महाराष्ट्र के अमरावती के तालेगांव से दिल्ली आकर बस गया था। उमर परिवार के साथ दिल्ली के जाकिरनगर में रहते हैं। हालांकि किसी ने उन्हें यहां शायद ही कभी देखा होगा। ऐसा बताया जाता है उनके पिता सैयद कासिम रसूल इलियास दिल्ली में ही ऊर्दू की मैगजिन 'अफकार-ए-मिल्ली' चलाते हैं। खालिद जेएनयू के स्कूल ऑफ सोशल साइंस से इतिहास में पीएचडी कर रहे हैं। यहीं से वह इतिहास में एमए और एमफिल कर चुके हैं।
देश विरोधी नारे लगाने का आरोप
खालिद जिस डीएसयू संगठन से जुड़े हैं, उसे सीपीआई माओवादी समर्थित छात्र संगठन माना जाता है। 9 फरवरी को देश विरोधी नारे लगाने का आरोप लगने के बाद उमर खालिद अचानक गायब हो गए थे। उन्हें पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की थी। जिसके बाद खबरें आई थी कि उनका संबंध आतंकी संगठन से है। ऐसी भी खबरें सामने आई थीं कि खालिद कई विश्वविद्यालयों में आतंकी अफजल गुरु का गुणगान करवाना चाहता था। जेएनयू जैसा कार्यक्रम उसने देश के 18 विश्वविद्यालयों में करने की योजना बनाई थी।
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