पद्मिनी कोल्हापुरे ने याद किया करियर वो दौर, जब 17 साल की उम्र में निभाया था मां का किरदार
मुंबई, 8 मई: 80 के दशक की मशहूर अभिनत्री पद्मिनी कोल्हापुरी के बेटे प्रियांक शर्मा की इसी साल फरवरी में फिल्म निर्माता करीम मोरानी की बेटी शजा मोरानी के साथ शादी हुई है। प्रियांक की शादी की तस्वीरें तब काफी वायरल हुई थीं। पद्मिनी ने प्रियांक की शादी को लेकर बात की है। वहीं उन्होंने फिल्मों में मां के किरदार को लेकर भी बताया है कि कैसे इसमें बदलाव आए हैं। पद्मिनी ने पिंकविला को दिए इंटरव्यू में इस पर बात की है।
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टीएनएज में निभाया मां का किरदार
पद्मिनी कोल्हापुरे ने पिंकविला से कहा कि मां का किरदार फिल्मों में हमेशा ही काफी खास रहा है। हालांकि अब इसमें काफी बदलाव आया है। 70 या 80 के दशक की फिल्मों में मां का जिस तरह का किरदार था वो अब बदल गया है। उन्होंने कहा कि क्योंकि महिलाएं को लेकर सोच लिबरल हुई है, खुद महिलाएं भी बदली हैं। इसलिए ये बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि मैंने तो 17-18 साल की उम्र में मां का रोल किया था।
मैं तब जानती थी नहीं थी मां होने का मतलब
पद्मिनी ने 2013 की फिल्म फटा पोस्टर निकला हीरो में शाहिद कपूर की मां की भूमिका की थी। बीते साल एक मराठी फिल्म में उन्होंने मां का रोल किया है। इस पर पद्मिनी कहती हैं, मैंने तो मां का रोल तब किया था जब मैं 17-18 साल की थी। मैंने 'प्यार के काबिल' 'प्यार झुकता नहीं' जैसी फिल्में कीं। इन फिल्मों में मैंने एक मां की भूमिका निभाई। बेशक, बच्चे छोटे थे, लेकिन मैंने एक मां का रोल तो किया। तब मुझे पता भी नहीं था कि मातृत्व क्या होता है या एक मां होने का अहसास क्या है। आज फिल्मो में काफी बदलाव आया है।
80 के देशक में बॉलीवुड में छा गई थीं पद्मिनी
बता दें कि 55 साल की पद्मिनी कोल्हापुरी का फिल्मी करियर काफी लंबा और शानदार रहा है। 70 के दशक में बाल कलाकार के तौर पर उन्होंने फिल्मों में एंट्री की थी। बतौर बाल कलाकार पद्मिनी ने ड्रीम गर्ल और सत्यम शिवम सुंदरम जैसी फिल्मों में काम किया। 80 के दशक में लीड हीरोइन के तौर पर उनको पहचान मिली। 1982 में पद्मिनी कोल्हापुरी को फिल्म 'प्रेम रोग' से काफी शोहरत मिली थी। इस फिल्म ने पद्मिनी को रातोंरात स्टार बना दिया था। पद्मिनी कोल्हापुरी ने साल 1986 में फिल्म निर्माता प्रदीम शर्मा के साथ शादी की थी।