फिर विवादों में दिग्गज डायरेक्टर सुभाष घई, एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने लगाए गंभीर आरोप, जानिए क्या
नई दिल्ली। बॉलीवुड में इन दिनों अजीब दौर चल रहा है। पूरी इंडस्ट्री दो खेमे में बंट चुकी है। एक खेमा इनसाइडर है तो दूसरा आउटसाइडर। हर दूसरे नए नए आरोप सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में नया मामला महिमा चौधरी का सामने आया है, जिन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि अपनी फिल्म 'परदेस' के समय निर्देशक सुभाष घई ने उन्हें बड़े पैमाने पर बुली (धमकाना और परेशान करना) किया था और काम को लेकर ढेर सारी पाबंदियां लगा दी थीं। महिला ने बताया कि सुभाष घई ने उनके साथ काम ना करने के लिए कई निर्माताओं को मैसेज भेजे थे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उनके साथ जब ऐसा हो रहा था तो सलमान खान, संजय दत्त, फिल्म मेकर डेविड धवन और राजकुमार संतोषी ही सपोर्ट में खड़े रहे। बता दें कि महिमा चौधरी ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत सुभाष घई की फिल्म परदेस से की थी, जिसमें उनके को स्टार शाहरुख खान थे।
क्या आरोप लगाए हैं महिमा चौधरी ने सुभाष घई पर
बॉलीवुड हंगामा के साथ इंटरव्यू के दौरान महिमा चौधरी ने कहा, 'मुझे सुभाष घई ने बुली किया. वे मुझे कोर्ट तक ले गए और चाहते थे कि मैं अपना पहला शो कैंसल कर दूं। ये बहुत तनावपूर्ण था। उन्होंने सभी प्रोड्यूसर को मुझे साइन कर से मना कर दिया था। आप 1998-99 की मैग्जीन उठाएंगे तो उसमें आपको ऐड मिलेगा जो कि उन्होंने दिया था कि अगर किसी को महिमा के साथ काम करना है तो पहले उसे मेरे से संपर्क करना होगा, नहीं तो वो ब्रीच ऑफ कॉन्ट्रैक्ट माना जाएगा। हालांकि, उस वक्त हमारे बीच ऐसा कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं था जो किसी ऐसे परमिशन की बात करता हो।'
बॉलीवुड में इन चार लोगों ने की थी मदद
महिमा ने बताया कि इसके बाद सलमान खान, संजय दत्त, डेविड धवन और राजकुमार संतोषी उनके सपोर्ट में मदद के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि डेविड ने उन्हें कॉल कर कहा कि डरने की जरूरत नहीं है। महिमा ने यह भी कहा कि उस समय इन 4 लोगों के अलावा उनके पास बॉलिवुड से किसी और का कॉल तक नहीं आया था। साल 1998 में राम गोपाल वर्मा की सुपरहिट फिल्म 'सत्या' में महिमा चौधरी को कास्ट किया गया था। महिमा ने बताया कि राम गोपाल वर्मा ने बिना उन्हें बताए ही उनकी जगह उर्मिला मातोंडकर को साइन कर लिया था। महिमा को यह बात तब पता चली जब फिल्म की शूटिंग शुरू होने की खबरें मीडिया में आने लगीं।
सुभाष घई ने भी रखी अपनी बात
सुभाष घई ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 'यह वैसे तो रात गई, बात गई वाली बात है। फिर भी मैं यही कहना चाहूंगा कि मैं और महिमा आज भी अच्छे दोस्त हैं। 'परदेस' के बाद भी हम मिलते जुलते रहे। काम की बातें होती रहीं। हाल के वर्षों में उन्होंने मेरी फिल्म 'कांची' में भी काम किया था और इसके लिए एक पैसा भी नहीं लिया था।' आगे उन्होंने कहा, 'हालांकि जो बात वे अब कह रही हैं, उसका संदर्भ मेरी कंपनी के साथ उनके कॉन्ट्रैक्ट को लेकर है। 'परदेस' के बाद उन्हें मेरी कंपनी के साथ दो और फिल्में करनी थीं और जैसा कि बाकी बैनरों के साथ भी होता है कि अगर वो किसी न्यूकमर को लॉन्च करते हैं तो उसके साथ तीन फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट होता है।' 'कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों के अनुसार इस दौरान वो किसी और बैनर के साथ काम नहीं कर सकता है। कुछ ऐसा ही मेरे और महिमा चौधरी के बीच भी था, लेकिन कुछ प्रोड्यूसर और ट्रेड एनालिस्ट ने महिमा को मेरे खिलाफ भड़का दिया, हमारे बीच गलतफहमियां पैदा कर दीं कि सुभाष घई जोर जबरदस्ती कर रहे हैं। पर ऐसा नहीं था।'
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पहले भी लग चुके हैं घई पर आरोप
बता दें इससे पहले एक इजराइली मॉडल रीना गोलन ने भी अपनी किताब में सुभाष घई पर आरोप लगाया था कि वह उन्हें जबरन बेडरूम में ले जाना चाहते थे। इसके अलावा साल 2018 में मॉडल-ऐक्टर केट शर्मा ने भी सुभाष घई पर आरोप लगाया था कि उन्होंने 'जबरन किस करने और गले लगाने की कोशिश' की थी। हालांकि बाद में मुंबई पुलिस ने अपनी जांच में सुभाष घई को क्लीन चिट दे दी थी।
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