बिना शादी की मां बनने वाली काल्कि कोचलिन ने Water Birth तकनीक से दिया बच्ची को जन्म, सामने आई तस्वीर
मुंबई। हाल ही में बिन ब्याही मां बनने वाली बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री ने काल्कि कोचलिन ने वॉटर बर्थ तकनीक यानी कि पानी में बच्चे को जन्म देने की पद्धति के तहत अपनी बेटी को जन्म दिया है, उन्होंने इस दौरान होने वाले अपने अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा किया है। 'देव डी' और 'ये जवानी है दीवानी जैसी' फिल्मों के जरिए लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली काल्कि ने 'Doula' के साथ इस वॉटर बर्थ डिलीवरी की प्रैक्टिस की फोटो शेयर की है।
'Doula' ग्रीक भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है 'महिला की मेड'
आपको बता दें कि 'Doula' ग्रीक भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है 'महिला की मेड', काल्कि ने लिखा है कि मैं बच्चे को जन्म देने का अनुभव नहीं करना चाहती थी और इस शब्द के बारे में भी बात नहीं करना चाहती थी लेकिन अब मैं बदल गई हूं, कल्कि ने पोस्ट में लिखा है कि प्रेग्नेंसी, लेबर और डिलीवरी के बाद एक हेल्थकेयर प्रोफेशनल ने उनकी मदद की, हालांकि काल्कि ने ये भी लिखा है कि वो मुझे Doula के फंक्शन के बारे में तब तक नहीं पता था जब तक कि मैं प्रेग्नेंट नहीं हो गई।
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'बर्थ प्लान- स्तनपान ये सब बहुत नया था'
काल्कि ने लिखा है कि Doula आपको मसाज देती है, सांस लेने की तकनीक, लेबर के दौरान एक्सरसाइज, हॉस्पिटल का बर्थ प्लान, बेबी के साथ आपकी पहली बॉन्डिंग, स्तनपान और दूसरी जरूरी चीजों के बारे में बताती है, ये मेरे लिए ऐसे था, जैसे मैं पहले दिन स्कूल गई हूं।
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काल्लि ने शेयर किया अनुभव
काल्कि ने बुधवार रात फोटो शेयर करते हुए लिखा कि इस फोटो में वो वक्त है जब आप लेबर से बच्चे को पुश करने के लिए तैयार होते हैं और कॉन्ट्रैक्शन अपने चरम पर होते हैं, यह बताते हुए कि तस्वीर ब्लर क्यों है, कल्कि ने लिखा, 'मेरे लिए यह सबसे मुश्किल हिस्सा था इसलिए साफ है कि तस्वीर ब्लर है।'
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क्या है वॉटर बर्थ तकनीक
वॉटर बर्थ प्रसव कराने का एक प्रकार है, बिल्कुल वैसे ही जैसे सिजेरियन या फिर नॉर्मल डिलीवरी इसके प्रकार हैं। इसे नॉर्मल डिलीवरी की नई तकनीक भी कहा जाता है। डॉक्टरों का मानना है कि इस तकनीक में लेबर पेन कम होता है और साथ ही बच्चे को पैदा करने की प्रक्रिया भी आसान हो जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पानी में होने के कारण महिला के शरीर से एंड्रोफिन हार्मोन अधिक मात्रा में रिलीज होता है। जिसके कारण दर्द कम होता है। वहीं अगर गर्म पानी में इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाए तो महिला को दर्द निवारक दवा देने की जरूरत 50 फीसदी तक कम हो जाती है।
महिला का तनाव 60 फीसदी तक कम हो जाता है
डॉक्टरों का कहना है कि नॉर्मल डिलीवरी के मुकाबले इस तकनीक में महिला का तनाव 60 फीसदी तक कम हो जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि जब बच्चे का जन्म नॉर्मल डिलीवरी के माध्यम से होता है तो योनि में बहुत खिंचाव होता है। लेकिन वॉटर बर्थ के दौरान पानी के कारण टिश्यू काफी सॉफ्ट हो जाते हैं। यही वजह है कि इससे महिला को दर्द कम होता है, जिससे उसे तनाव भी कम होता है।
बच्चे के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है
पानी में जन्म लेने के कारण बच्चे के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, जिससे प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस तकनीक में बच्चे को ऐसा महसूस होता है जैसे वह मां के पेट में है। इसमें गर्भनाल और बच्चे का गलत मूवमेंट जैसी परेशानी काफी हद तक कम हो जाती है।
काल्कि कोचलिन ने 7 फरवरी को बेटी को जन्म दिया
मालूम हो कि बॉलीवुड अभिनेत्री काल्कि कोचलिन ने 7 फरवरी को एक फूल सी बच्ची को जन्म दिया है, हालांकि काल्कि ने बिना शादी के अपने बॉयफ्रेंड गाय हर्शबर्ग के बच्चे को जन्म दिया है, बेटी के जन्म के बाद काल्कि ने अपने बेटी के नाम की अनाउंसमेंट की करते हुए एक लंबी पोस्ट लिखी थी, उन्होंने लिखा था कि मिलिए मेरी बेटी सैफो से, सैफो 9 महीने एक मोमोज की तरह रैप होकर मेरे यूट्रस में रही है, अब उसे कुछ स्पेस देना चाहिए। आप सभी की शुभकामनाओं और पॉजिटिव एनर्जी के लिए बहुत शुक्रिया। इसके साथ ही उन सभी महिलाओं को रिस्पेक्ट जो बच्चों को जन्म देती हैं फिर चाहे वो नॉर्मल डिलीवरी हो या सी-सेक्शन।
Sappho लेस्बियन कवि थीं
दरअसल Sappho लेस्बियन कवि थीं, जिनका जन्म 7वीं शताब्दी में लेसबोस द्वीप के एक परिवार में हुआ था। लेसबोस में पैदा होने के कारण उन्हें लेस्बियन कहा जाता था। मालूम हो कि बेटी के जन्म से पहले काल्कि ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने बच्चे का ऐसा नाम भी सोच लिया है, जो बेटे या बेटी दोनों पर सूट करे।
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