मूर्तियां तोड़े जाने से गुस्से में 'कटप्पा', बोले- पेरियार हमारे दिल में हैं, वहां से कैसे निकालोगे
नई दिल्ली। बीते तीन दिन में पहले त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति को ढ़हा देने और तमिलनाडु में ईवीआर पेरियार की मूर्ति में तोड़फोड़ को लेकर मशहूर अभिनेता सत्यराज ने कड़ी नाराजगी जताई है। फिल्म बाहुबली में कटप्पा की भूमिका निभाने वाले सत्यराज ने कहा है कि पेरियर कोई मूर्ति या खत्म हो जाने वाली खाल-मांस की चीज नहीं है, वो एक विचार हैं और विचार को खत्म नहीं किया जा सकता। सत्यराज ने एक वीडियो शेयर कर भाजपा पर निशाना साधा है और इन घटनाओं पर विरोध दर्ज कराया है।
पेरियार को खत्म नहीं किया जा सकता: सत्यराज
सत्यराज ने एक मिनट पांच सेकेंड के अपने वीडियो में कहा है 'मैं त्रिपुरा में कॉमरेड लेनिन की मूर्ति गिराए जाने की निंदा करता हूं. मैं तमिलनाडु सरकार से मांग करता हूं कि राज्य में पेरियार की मूर्ति तोड़ने की बात कहने वालों पर एक्शन लिया जाए. पेरियार एक मूर्ति नहीं है, एक नाम या शरीर भी नहीं और ना ही कोई खाल मांस हड्डी का ढांचा। पेरियार एक फिलॉसॉफी एक विचार हैं। वो एक आवाज हैं, जो गरीबों और महिलाओं के हक में है। पेरियार मूर्ति में नहीं हमारे दिलों में जिंदा हैं। आप मूर्ति गिरा दोगे लेकिन हमारे दिल से उन्हें कैसे निकालोगे।'
मंगलवार रात तोड़ी गई पेरियार की मूर्ति
तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति तोड़ने के आरोपी नेता आर मुथुरमन को पुलिस ने पेरियार की मूर्ति तोड़ने के आरोप में वेल्लोर जिले के तिरुपतूर में गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार रात में वेल्लोर में पेरियार की मूर्ति तोड़ने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बीजेपी के वरिष्ठ नेता एच राजा ने अपने फेसबुक पोस्ट में पेरियार को जातिवादी बताते हुए उनकी मूर्ती को तोड़ने की धमकी भी दी थी।
क्यों मशहूर हैं पेरियार
ईवी रामास्वामी यानी पेरियार (1879-1973) ने प्रसिद्ध पेरियार आंदोलन चलाया था, जिसके लिए दक्षिण भारत में वो बेहद मशहूर हैं। उनका आंदोलन नास्तिकता (या तर्कवाद) के प्रसार के लिए जाना जाता है। इसके बाद उन्होंने द्रविड़ कड़गम नाम से राजनीतिक पार्टी बनाई थी। इसकी विभिन्न शाखाओं और डीएमके जैसी द्रविड़ियन पार्टियों के सदस्यों ने खुले तौर पर नास्तिकता का प्रसार और उसे स्वीकार किया। उनको महिलाओं और दबे-कुचलों के नेता के तौर पर ख्याति हासिल है।
#PeriyarStatue: कौन थे पेरियार, जिनकी मूर्ति तोड़ने पर तमिलनाडु में मचा है बवाल?