पीएम मोदी के बाद एक्टिविस्ट्स ने ममता बनर्जी को हिंसा के खिलाफ लिखी चिट्ठी
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल हो रही हिंसा के खिलाफ कोलकाता के सिविल सोसाइटी के लोगों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है। इसमे हाल हमें अध्यापकों, थिएटर एक्टर पर हमले का जिक्र किया गया है, साथ ही इसकी निंदा की गई है। चिट्ठी लिखने वालों में कई सदस्य वो हैं जिन्होंने मॉब लिंचिंग और गो रक्षा के नाम पर हो रही हिंसा के लिए मोदी सरकार को चिट्ठी लिखी थी। गौर करने वाली बात है कि सोमवार को कोलकाता पुलिस ने पैरा टीचर्स को सुबोध मलिक चौक पर धरना देने से रोक दिया था।
ये सभी लोग इससे पहले कई दिनों से हड़ताल पर थे, 17 अगस्त को कोलकाता से तकरीबन 70 किलोमीटर दूर कल्याणी में पुलिस ने इनपर लाठीचार्ज भी किया था। दरअसल ये तमाम अध्यापक पक्की नौकरी और वेतन में इजाफे की मांग कर रहे थे। इस प्रदर्शन पर ममता बनर्जी ने कहा था कि इस भूख हड़ताल से बच्चे क्या सीखेंगे, अगर खुद शिक्षक ही हड़ताल करने लगे। जिन लोगों ने ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखी है उसमे फिल्म निर्माता अपर्णा सेन, परमव्रत चटोपाध्याय, कौशिक सेन, सोहाग सेन आदि शामिल हैं। यह पत्र सिटिजन स्पीक इंडिया के फोरम से जारी की गई है।
चिट्ठी में लोगों ने आरोप लगाया है कि सरकार लोगों की मुश्किलों को सुलझाने की बजाए उनके आंदोलन को कुचलने में लगी है। पत्र में थिएटर कलाकारों पर हुए हमले का भी जिक्र किया गया है। 15 अगस्त को दमदम इलाके में कुछ अज्ञात लोगों ने थिएटर कलाकार शुभांकर दास शर्मा पर हमला कर दिया था। जिसके बाद तमाम कलाकारों ने मुख्यमंत्री को यह पत्र लिखा है। इस चिट्ठी में ऋद्धि सेन, बोलन गंगोपाध्याय और रुपशा दासगुप्ता भी शामिल हैं।