
कन्हैयालाल हत्याकांड: चित्तौड़गढ़ से 3 आरोपी गिरफ्तार, रियाज का ये था बैकअप प्लान?
नई दिल्ली, 04 जुलाई। कन्हैयालाल हत्याकांड के मुख्य आरोपियों से एनआईए की टीम ने मोहम्मद गौस और रियाज के दो साथियों मोसिन और आसिफ को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ की। जांच एजेंसी को इन दोनों से पूछताछ अहम जानकारी हासिल हुई। उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या की बाद उन्होंने राजस्थान में दो और स्थानों पर खौफनाक साजिश को अंजाम देने का प्लान तैयार किया था।

राजस्थान के उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड (Udaipur Kanhaiya Lal Murder) की जांच कर रही NIA को मामले में अहम सुराग हाथ लगे हैं। मामले में पुलिस ने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पूछताछ में पता चला कि उदयपुर हत्याकांड में मोहम्मद गौस और रियाज के साथ पांच लोग शामिल हैं। इस हत्याकांड को पूरी प्लानिंग सभी मिलकर रची थी। बचने के लिए आरोपियों ने बैकअप प्लान भी तैयार किया था, जिसमें तीन लोग शामिल थे।
मोहम्मद गौस और रियाज ने हत्या को अंजाम देने से पहले अपने अन्य सहयोगियों से साथ मीटिंग भी की थी। हत्या के बाद बचने के लिए शातिर प्लान बनाया था। कन्हैलाल की हत्या के दौरान मोसिन और उसका साथी आसिफ कन्हैयालाल की दुकान से थोड़ी दूरी पर खड़े थे। जबकि उनका एक अन्य साथी घटना स्थल के कुछ ही दूरी पर मौजूद है।
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ये था प्लान
एनआईए की पूछताछ में ये पता चला है कि मोहम्मद गौस और रियाज को बचाने के लिए इन तीनों को नियुक्त किया गया था। कन्हैयालाल की हत्या के बाद अगर गौस और रियाज पकड़े जाते तो वे दोनों को भागने में मदद करते। एनआईए के हत्थे चढ़े आरोपियों ने बताया कि उदयपुर हत्याकांड के दौरान वे सभी भी धारदार हथियार से लैस थे।