आचार्य बालकृष्ण बन सकते हैं निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर, इस बड़े महंत ने रखा प्रस्ताव
नई दिल्ली। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने शनिवार को योग गुरु स्वामी रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण का हालचाल जानने के लिए हरिद्वार में स्थित पतंजलि योगपीठ पहुंचे हुए थे। आचार्य बालकृष्ण से मुलाकात के बाद महंत नरेंद्र गिरी ने बताया कि निरंजनी अखाड़े का आचार्य महामंडलेश्वर बनाए जाने का प्रस्ताव रखा है। महंत ने बताया ने कि उन्होंने इस बारे में बारे चर्चा की है लेकिन कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। लेकिन जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा।
नरेंद्र गिरी की माने तो अखाड़ों में धर्म के प्रचार प्रसार के लिए महामंडलेश्वर बनाए जाने की परंपरा है। महंत ने कहा कि कुंभ के दौरान या फिर कोई शुभ मुहूर्त में पट्टा अभिषेक कर साधु संतों की मौजूदगी में महामंडलेश्वर की पदवी दी जाती है। बता दें कि हरिद्वार पहुंचे महंत नरेंद्र गिरी ने योग गुरु बाबा रामदेव से भी मुलाकात की। जानकारी के अनुसार दशकों पहले साधु संतों की मंडलियां चलाने वाले को मंडलेश्वर कहा जाता था। जिसमें 108 और 1008 की उपाधि वाले संत के पास वेदपाठी विद्यार्थी होते थे।
जानकारी की माने तो महामंडलेश्वर या फिर मंडलेश्वर उन्हीं को बनाये जाने की चलन है जिनके जिन्होंने वेद और गीता का अध्ययन किया हो और उसकी जानकारी हो। साथ में वो साधु संन्यासी परंपरा से हो। चरित्र व्यवहार अच्छा होने के साथ-साथ ज्ञान भी हो। और सबसे आखिरी बात अखाड़ा कमेटी निजी जीवन की पड़ताल से संतुष्ट हो।
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