कौन रच रहा है पतंजलि आयुर्वेद सीईओ आचार्य बालकृष्ण की हत्या की साजिश?
बंगलुरू। पतंजलि योगपीठ के योगगुरू स्वामी रामदेव ने हाल ही में यह कहकर सबको चौंका दिया था कि पंतजलि आयुर्वेदिक के सीईओ आचार्य बालकृष्ण को कोई ज़हर देकर मारने की कोशिश की है। इशारों-इशारों असुर और दुर्जन लोगों की ओर उंगली उठाते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर ऐसे बहुत से असुरगैंग के लोग सक्रिय हैं, जिनको इसी बात से दिक्कत है कि पूज्य आचार्य बाल कृष्ण जी स्वस्थ क्यों हैं, सकुशल क्यों हैं, उन्होंने मंसूबे पाले थे कि उन्हें कुछ हो जाए।
हालांकि आचार्य बालकृष्ण अब पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं और आश्रम में वापस आ गए हैं, लेकिन सवाल उठ रहा है कि आखिर स्वामी रामदेव ने ऐसा बयान क्यों दिया कि कोई आचार्य बालकृष्ण को ज़हर देकर मारना चाह रहा है? आखिर क्यों कोई आचार्य बालकृष्ण को मारना चाहता है। रामदेव ने की मामले की जांच की जा रही है और मामले की तह तक पहुंचकर ही दम लेगें। मालूम हो, स्वामी रामदेव पर अपने गुरू बाबा रामानंद को जहर देकर मारने का आरोप लगता रहता है।
गौरतलब है जन्माष्टमी दिन पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ बालकृष्ण को आश्रम के किसी बच्चे ने पेड़ा खिलाया था और पेड़ा खाने के बाद उनकी तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित एम्स में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद उन्हें ऋषिकेश स्थित एम्स से रेफर कर दिया गया। आचार्य बालकृष्ण योग गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी हैं। बताया जाता है कि आचार्य बालकृष्ण को बेसुध हालत में पास के भूमानंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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स्वामी रामदेव बोले, हो सकती है हत्या की साजिश
बाबा रामदेव ने मामले में किसी साजिश की आशंका से इनकार नहीं किया है। उनका कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जरूरत पड़ी तो मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। वैसे, बाबा रामदेव इस बात पर चुप्पी साध गए कि आचार्य बालकृष्ण को प्रसाद के रूप में पेड़ा देने वाला बच्चा कौन था। घटना के दूसरे दिन दिव्य योग मंदिर में एक योग शिविर को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा कि चाहे जो बुरा सोचने वाले लाख बुरा सोचें, लेकिन श्रद्धेय बालकृष्ण पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
पूरी तरह से स्वस्थ है आचार्य बालकृष्ण
आचार्य बालकृष्ण के पूरी तरह से स्वस्थ होकर एम्स से लौटने के बाद स्वामी रामदेव ने कहा कि कौव्वों के कांव-कांव के करने से यदि गांव के डांगर पशु मरे तो एक दिन में गांव के सारे गांव खाली हो जाएंगे। इसलिए कुछ कौव्वो हैं, कुछ असुरों और राक्षस प्रवृत्ति के लोगों के रोजाना कांव-कांव करते रहने स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण कोई बाल बांका नहीं होगा और आचार्य बालकृष्ण और वो खुद 100 साल तक जीएंगे।
स्वामी रामदेव ने पेड़े में नशीली या विषैली चीज की जताई आशंका
बकौल स्वामी रामदेव, 'आचार्य बालकृष्ण को हार्ट अटैक हुआ, न लीवर फेल, न किडनी फेल हुई, न ब्रेन फेल हुआ और न वो बीमार हुए। बालकृष्ण को किसी ने जन्माष्टमी के दिन किसी ने गंभीर नशीली और विषैली चीज प्रसाद के रूप दी गई, जिसको खाने के बाद वो बेहोश हो गए। प्रसाद खाने के बाद 15 मिनट बाद वो बेहोश हो गए। करीब 12 घंटे तो बेहाश रहे और 6-7 के बाद थोड़ा बहुत होश में थे, लेकिन उनको पता नहीं था कि वो कहां पर हैं।'
लोगों के सवालों से आहत हुए स्वामी रामदेव
बाबा रामदेव ने आरोप लगाया कि आचार्य बालकृष्ण को साजिशन जहरीली और नशीली पदार्थ दिया गया और ऐसा करके उनको मारने की कोशिश की गई। बाबा रामदेव ने कहा कि वो इससे अधिक आहत हुए जब लोगों ने कहा कि आचार्य बालकृष्ण को एम्स में क्यों लेकर गए। उन्होंने बताया कि लोगों ने यहां तक आरोप लगाया कि स्वामी रामदेव आचार्य बालकृष्ण की हत्या करना चाहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि यह किसी साजिश का नतीजा है तो जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि प्रसाद में मौजूद पदार्थ खाने के बाद आचार्य बालकृष्ण ने उल्टी की और उनके उल्टी के नमूनों की जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद जरूरत पड़ी तो मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
बिना नाम लिए स्वामी रामदेव ने चलाए तीर
स्वामी रामदेव ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोगों का काम ही यही है कि यह पतंजलि योगपीठ, योग, आयुर्वेद, स्वदेशी और ऋषियों का कार्य न हो और वो लोग बस इसी में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि लोग लाख षड्यंत्र करें, लेकिन वो लोग सफल नहीं होंगे। योग शिविर मौजूद योग साधकों से स्वामी रामदेव ने कहा कि हमें तमाम संघर्षों के बीच रहते हुए आगे बढ़ते रहना है।
पिता जय बल्लभ की 6 संतानों में एक हैं बालकृष्ण
आचार्य बालकृष्ण का पूरा नाम बालकृष्ण सुवेदी है। उनके पिता जय वल्लभ उत्तराखंड के एक आश्रम में सिक्योरिटी गार्ड थे। 6 भाई-बहनों में एक बालकृष्ण जन्म के कुछ वर्ष बाद 12 की उम्र में पढ़ाई के लिए हरियाणा आ गए। उन्हें शुरुआत से ही योग के आहार पक्ष और उसमें भी जड़ी बूटियों में खास दिलचस्पी थी।
25, 600 करोड़ रुपए के मालिक हैं बालकृष्ण
फोर्ब्स की 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक 25,600 करोड़ रुपए के मालिक बालकृष्ण ने वर्ष 2006 में पतंजलि आर्युवेद की स्थापना की थी। इसके लिए गोविंद अग्रवाल ने 1 करोड़ दिए और पप्पुल पिल्ली ने 7 करोड़ रुपए की मदद की। कहा जाता है कि पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के पीछे आचार्य बाल कृष्ण का दिमाग था और वो ही कंपनी के सर्वेसर्वा हैं।
कंपनी को सरवन और सुनीता पोद्दार ने दिए 50 करोड़
पतंजलि आयुर्वेद कंपनी ने शुरुआत में दवाई और डेरी प्रॉडक्ट मार्केट में लांच किए। कुछ दिनों बदा ब्रिटेन निवासी सरवन और सुनीता पोद्दार ने पतंजलि आयुर्वेद को 50 करोड़ दिए और इसके बाद वर्ष 2007 में पतंजलि आयुर्वेद को बैंक से 10 करोड़ रुपए का ऋण मिला। इसके बाद बालकृष्ण ने पूरे देश पतंजलि आयुर्वेद को एक बड़े ब्रांड के रुप स्थापित किया।
भाई रामभरत का पतंजलि आयुर्वेद में है मालिकाना हक
वर्तमान समय में पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण कंपनी के 94 फीसदी के मालिक हैं जबकि बाकी छह फीसदी के मालिक पोद्दार परिवार हैं। समूह ने अगले तीन सालों में 250 करोड़ का निवेश पाया। समूह की नई कंपनियों में रामदेव के भाई रामभरत का भी कुछ मालिकाना हक है।