दिल्ली हिंसा: आरोपी डॉक्टर ने चार्जशीट पर उठाए सवाल, कहा- मैंने बचाई सैकड़ों की जान
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हुए दंगों की चार्जशीट पुलिस ने मंगलवार को पेश कर दी। इस चार्जशीट में एक डॉक्टर का भी नाम सामने आया है, लेकिन डॉक्टर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया। उनके मुताबिक वो हिंसा के दौरान लोगों की जान बचाने में लगे थे, ऐसे में दिल्ली पुलिस ने उनका नाम क्यों डाला, उन्हें ये बात नहीं समझ आ रही है।
डॉ. अनवर के मुताबिक वो 24 फरवरी को बिहार स्थित अपने गांव से लौटे थे और घर में सो रहे थे। इस बीच एक फोन आने से उनकी आंख खुल गई। फोन पर उन्हें पता चला कि दिल्ली में हिंसा हो रखी है और अस्पताल में उनकी जरूरत है। उनके मुताबिक वो तुरंत घर से निकल गए, ऐसे में वो कपड़े भी नहीं बदल पाए। इस दौरान न्यू मु्स्तफाबाद स्थित अल हिंद अस्पताल में उन्होंने बड़ी संख्या में लोगों की जान बचाई। उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान वो लोगों का इलाज कर रहे थे, उन्होंने ये नहीं पूछा कि वो हिंदू हैं या मुस्लिम। उन्होंने इंसानियत के नाते अपना फर्ज निभाया।
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डॉ. अनवर ने कहा कि दंगे के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली में कर्फ्यू लगा दिया गया था। जिस वजह से सड़कें बंद थीं। इस दौरान वो और उनके भाई डॉक्टर मेरजा इकराम ने करीब 500 लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाई थी। वहीं दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक दिलबर नेगी नाम का शख्स एक रेस्टोरेंट में काम करता था। दंगे के दौरान भीड़ ने उसे मार डाला। इसी मामले में डॉ. अनवर का नाम शामिल किया गया है। इसके साथ ही उन पर दंगों के दौरान लोगों को भड़काने का भी आरोप लगा है। दिल्ली पुलिस की ओर से पेश चार्जशीट में कुल 13 लोग आरोपी बनाए गए हैं। जिसमें दो मामले हत्या और एक मामला हत्या के प्रयास का है।