पेड़ कटेंगे या नहीं: आरे जंगल पर आज सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली। मुंबई के आरे में पेड़ों की कटाई मामले पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इस मामले पर कोर्ट में होने वाली सुनवाई उन प्रदर्शनकारियों के लिए काफी अहम होगी, जो बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले से निराश हो गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने जंगल में मेट्रो-रेल परियोजना के काम के लिए अधिकारियों को पेड़ों की कटाई करने से रोक दिया था।
जस्टिस अरुण मिश्रा और अशोक भूषण की विशेष पीठ अपनी वन पीठ के समक्ष पूरे मामले की जांच करेगी। इससे पहले शीर्ष अदालत ने 7 अक्टूबर को अपनी सुनवाई में महाराष्ट्र सरकार को आरे क्षेत्र में किसी भी पेड़ को नहीं काटने का आदेश दिया था। पेड़ों की कटाई का पर्यावरण कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
इससे पहले छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने चीफ जस्टिस रंजन गोगोई से मुलाकात कर पेड़ों की कटाई रुकवाने की मांग की थी। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे रिशव रंजन ने कहा था कि उन्होंने सीजेआई को लिखे पत्र में कहा है कि मुंबई के फेफड़ों की हत्या हो रही है। आरे कॉलोनी में हो रही इस कटाई को रुकवाइए।
बता दें पेड़ों की कटाई पर जब तक रोक लगाई गई, तब तक 2141 पेड़ काट दिए गए थे। बॉम्बे हाई कोर्ट ने भी आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने की सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था।
इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने निर्देश दिया था कि यदि पेड़ों की कटाई का विरोध करने के लिए किसी को अभी भी गिरफ्तार किया गया है, तो उन्हें रिहा किया जाना चाहिए। सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र सरकार ने भी पीठ को बताया था कि आरे में पेड़ काटने के विरोध में गिरफ्तार सभी लोगों को रिहा कर दिया गया है।
शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे भी इस मामले में बेजेपी की केंद्र सरकार पर हमला बोल चुके हैं। साथ ही लता मंगेशकर, अभिनेत्री श्रद्धा कपूर समेत कई हस्तियों ने भी इसका विरोध किया है।