CAA पर विपक्ष की बैठक: AAP भी नहीं होगी शामिल, कहा- इस बारे में कोई जानकारी नहीं
नई दिल्ली। देश के वर्तमान राजनीतिक हालातों और सीएए को लेकर आज विपक्ष की बैठक है। जो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में होगी। टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) प्रमुख ममता बनर्जी और बसपा (बहुजन समाज पार्टी) प्रमुख मायावती के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि उसे इस बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है, इसलिए वह शामिल नहीं होगी।
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कांग्रेस द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में AAP के शामिल नहीं होने पर सांसद संजय सिंह ने कहा- 'हमें ऐसी किसी बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसलिए, ऐसी किसी बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है जिसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।' बता दें इससे पहले सोमवार को लगातार तीन ट्वीट कर मायावती ने भी कहा कि वह बैठक में शामिल नहीं होंगी।
AAP MP Sanjay Singh on party to not attend today's Opposition meeting called by Congress: We have no information about any such meeting. So,makes no sense to attend a meeting we have no information about https://t.co/92aLWUJowi pic.twitter.com/gkaQZMebVs
— ANI (@ANI) January 13, 2020
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी सीएए और एनआरसी के विरोध में है, लेकिन कांग्रेस ने उनके साथ ठीक नहीं किया, इसलिए वह पार्टी में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'जैसाकि विदित है कि राजस्थान कांग्रेसी सरकार को बीएसपी का बाहर से समर्थन दिए जाने पर भी, इन्होंने दूसरी बार वहां बीएसपी के विधायकों को तोड़कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है जो यह पूर्णतयाः विश्वासघाती है। ऐसे में कांग्रेस के नेतृत्व में आज विपक्ष की बुलाई गई बैठक में बीएसपी का शामिल होना, यह राजस्थान में पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने वाला होगा। इसलिए बीएसपी इनकी इस बैठक में शामिल नहीं होगी।'
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस और लेफ्ट पर बंगाल में डर्टी पॉलिटिक्स खेलने का आरोप लगाया और कहा, मैंने सोनिया गांधी द्वारा 13 जनवरी को नई दिल्ली में बुलाई गई बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया है क्योंकि मैं पश्चिम बंगाल में वामपंथी और कांग्रेस की हिंसा का समर्थन नहीं करती। बनर्जी ने कहा, वाम मोर्चा और कांग्रेस के दोहरे रवैये को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा है कि अब वह नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ लड़ाई अकेले लड़ेंगी।