आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा अयोग्य घोषित, सदस्यता रद्द
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के बागी विधायक कपिल मिश्रा को दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने दलबदल के मामले में शुक्रवार को अयोग्य घोषित कर दिया। कपिल मिश्र करावल नगर से विधायक हैं। आप के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कपिल मिश्रा के खिलाफ याचिका लगाई थी। इससे पहले, 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान कपिल मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में प्रचार किया था।
दल-बदल कानून के तहत उन्हें अयोग्य ठहराया गया
शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कपिल मिश्रा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए दल-बदल कानून के तहत उन्हें अयोग्य ठहराते हुए उनकी सदस्यता रद्द कर दी। विधानसभा की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, 'करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा को संविधान की 10वीं अनुसूचि के पैराग्राफ 2(1)(ए) के तहत अयोग्य घोषित किया जाता है। मिश्रा का निष्कासन 27 जनवरी 2019 से प्रभावी रहेगा।अब करावल नगर की सीट रिक्त मानी जाएगी।
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मोदी जी के लिए कुर्सी हजार बार कुर्बान
आप की ओर से की गई इस कर्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, मोदी जी के लिए अभियान चलाने पर एक क्या सौं बार विधायक की कुर्सी कुर्बान , एक तरफ देशभक्त और एक तरफ टुकड़े टुकड़े गैंग - मैं सारी दिल्ली के साथ खड़ा था। अभी सातों सीटें मोदी को अभियान चलाया और विधानसभा चुनाव में साठ सीटें मोदी को अभियान चलाऊंगा। इससे पहले उन्होंने एक ट्वीट कर कहा था कि, विधानसभा अध्यक्ष ने मुझसे कहा- केजरीवाल का ऑर्डर है, 'कपिल मिश्रा ने मोदी के लिए अभियान चलाया है, एमएलए तो इसे रहने नहीं देंगे। सदस्यता खत्म करनी होगी। साथियों मुझे गर्व है कि मैने मोदी जी के लिए अभियान चलाया। विधायक की कुर्सी हजार बार कुर्बान।
दल-बदल कानून के तहत स्पीकर ने की कार्रवाई
कपिल मिश्रा पार्टी की नीति के खिलाफ जाकर लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिताने के लिए भाजपा के समर्थन में अभियान चला चुके हैं। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 'केजरीवाल भगाओ दिल्ली बचाओ' अभियान चला चुके हैं। पिछले माह स्कूलों में स्कूल मैनेजमेंट कमेटियों को लेकर भाजपा द्वारा उपराज्यपाल को दिए गए शिकायती पत्र में भी कपिल मिश्र ने दस्तखत किए हैं। बता दें कि, जल संसाधन मंत्री के पद से हटाए गए कपिल मिश्रा ने सीएम अरविंद केजरीवाल और मंत्री सत्येंद्र जैन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
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