राखी बिड़ला को टिकट देना आम आदमी पार्टी की बड़ी गलती
आप के कदम तब लड़खड़ाये जब इसी सीट पर महेंद्र कुमार ने टिकट लौटा दिया। टिकट लौटाते ही आप पार्टी ने यह कह दिया कि उन पर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने का पता चला है। उनके स्थान पर अब दिल्ली की पूर्व मंत्री राखी बिड़ला को उम्मीदवार बनाया गया है। आप नेता ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। आप नेता ने कहा कि पार्टी इससे अनजान थी। उन्होंने कहा, "महेंद्र के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।"
पार्टी नेताओं के अनुसार, महेंद्र नकली नोट के प्रसार के मामले में गत वर्ष तीन महीने जेल में बिता चुके हैं। पार्टी ने उन्हें बताया है कि उनकी उम्मीदवारी रद्द की जा रही है और वह इसके लिए तैयार हो गए हैं। राखी को टिकट दिया इसलिये दिया गया है, क्योंकि पार्टी को उनकी काबीलियत पर पूरा भरोसा है। लेकिन छह महीने बाद इसका क्या असर पड़ेगा अब हम आपको वो बतायेंगे।
Did You Know: गलती से पड़ा राखी का नाम
असल में लोकसभा चुनाव की आंधी में आप पार्टी भूल गई है कि निकटतम भविष्य में दिल्ली में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। राखी को लोकसभा चुनाव का टिकट देने का मतलब साफ है कि पार्टी सिर्फ भाजपा और कांग्रेस के वोट काटना चाहती है। अगर राखी जीत गईं, तो आप को बड़ा फायदा मिल सकता है, लेकिन इस फायदे के पीछे जो उससे बड़ा नुकसान होगा, वो दिल्ली विधानसभा चुनाव में होगा, जो लोकसभा के बाद निश्चित तौर पर होने हैं। दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा बार-बार पूछे जाने पर भी भाजपा, कांग्रेस या आप दिल्ली में सरकार बनाने के लिये आगे नहीं बढ़ रही हैं।
ऐसे में दिल्ली में चुनाव होना तय हैं। अगर राखी लोकसभा चुनाव हार गईं, तो छवि पर नकारात्मक असर पड़ेगा और दोबारा दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं जीत पायेंगी और अगर जीत गईं, तो आप पार्टी दोबारा इस सीट पर कब्जा बमुश्किल ही कर पायेगी।
Did You Know: राखी बिड़ला का यह नाम गलती से पड़ा है। असल में उनका नाम राखी बिडलान था। जब उन्होंने हाईस्कूल की परीक्षा दी तो सर्टिफिकेट और मार्कशीट में राखी बिड़ला लिखकर आ गया। तभी से उनका नाम राखी बिड़ला पड़ गया।