जब लोकसभा में बोले भगवंत मान- भाजपा वालों को मुंह सूंघना है तो अभी सूंघ लें, फिर डिस्टर्ब होता है
ससंद में बोले भगवंत मान- जिनको मुंह सूंघना है अभी सूंघ ले, फिर डिस्टर्ब होता है
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नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा से पास हो गया है। सोमवार को इस बिल को पेश किया गया और बहस के बाद ये लोकसभा में पास कर दिया गया। आम आदमी पार्टी ने इस बिल का विरोध किया। लोकसभा में आप के इकलौते सांसद भगवंत मान ने बिल के विरोध में अपनी बात रखी। खास बात ये रही कि जब बोलने के लिए खड़े हुए तो सबसे पहले भाजपा सांसदों की और मुखातिब होकर बोले कि अब मैं बोलूंगा, भाजपा ने जिनको मेरा मुंह सूंघना है अभी सूंघ ले, फिर डिस्टर्ब होता है।
क्यों कहा मान ने ऐसा
भगवंत मान 2019 में दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। 2014 में भी वो चुने गए थे। उन पर शराब पीकर सदन में आने के आरोप भाजपा के सांसद कई बार लगा चुके हैं। इसी को लेकर उन्होंने सोमवार को जब बोलना शुरू किया तो कहा कि उनका मुंह भाजपा सांसद सूंघ लें। फिर वो शक करते हैं।
बिल का किया विरोध
आम आदमी सांसद भगवंत मान ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि ये विधेयक अंबेडकर के संविधान के खिलाफ है, इसलिए हम इसके खिलाफ हैं। मान ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल देश को बांटने वाला है, संविधान का कत्ल करने वाला है। इस दौरान उन्होंने एक शेर भी पढ़ा- कौम को कबीलों में मत बांटिए, लंबे सफर को मीलों में मत बांटिए। एक बहता दरिया है मेरा भारत, इसको नदियों और झीलों में मत बांटिए।
लोकसभा में पास हुआ बिल
सोमवार को देर रात तक चली बहस के बाद नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा ने मंजूरी दे दी है। विधेयक के पक्ष में 311 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 80 वोट पड़े। अब इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए शरणार्थियों को इस बिल में नागरिकता देने का प्रस्ताव है। इस बिल में इन तीनों देशों से आने वाले हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता का प्रस्ताव है।
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