सोनिया गांधी से मिलीं AAP विधायक अलका लांबा, आखिर क्या है उनका अगला दांव
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। अलका लांबा ने कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है। आज हुई इस मुलाकात के बाद चर्चा का दौर फिर से शुरू हो गया है कि क्या अलका फिर अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में वापसी की तैयारी कर रही हैं। इस बात से अब इनकार की संभावनाएं कम ही नजर आ रही हैं। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि अलका लांबा पिछले कुछ समय से आम आदमी पार्टी आलाकमान से नाराज चल रही हैं। यही नहीं उन्होंने कई बार अप्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस में जाने की ओर इशारा भी किया है। हालांकि, ये देखना दिलचस्प होगा आखिर अलका लांबा कांग्रेस में वापसी कब करेंगी?
तो अब फिर से कांग्रेस का 'हाथ' थामेंगी अलका!
राजधानी दिल्ली में अगले साल यानी 2020 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में दिल्ली में सत्ता संभाल रही आम आदमी पार्टी समेत सभी प्रमुख सियासी दलों ने अपनी रणनीतिक तैयारी तेज कर दी है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवासियों को लेकर हाल के दिनों में कई बड़े फैसले लिए हैं। हालांकि, इन सबके बीच आम आदमी पार्टी में विरोध के सुर लगातार सामने आ रहे हैं। ताजा मामला आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा से जुड़ा हुआ है। अलका, दिल्ली की चांदनी चौक सीट से AAP विधायक हैं। उनका आरोप है कि पार्टी आलाकमान उनको नजरअंदाज कर रहा है। ऐसे में वो जल्द ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने पर विचार कर रही हैं।
इसे भी पढ़ें:- प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की जिस गुफा में किया था ध्यान, उसको लेकर आई बड़ी खबर
|
सोनिया से अलका की मुलाकात के क्या हैं मायने
आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने अगस्त की शुरुआत में ही एक बयान में कहा था, 'मैंने फैसला कर लिया है कि पार्टी का प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने जा रही हूं। यही नहीं उन्होंने ये भी कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव मैं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ूंगी। उनके इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई थी जिसमें पार्टी ने कहा था कि अगर वो इस्तीफा देना चाहती हैं, तो पार्टी उनके फैसले का सम्मान करेगी। इस बीच मंगलवार को उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद ये तय माना जा रहा कि उनकी कांग्रेस में वापसी कभी भी हो सकती है।
आम आदमी पार्टी से नाराज चल रही हैं अलका लांबा
बता दें कि हाल ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को दिल्ली की सभी सात सीटों पर करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। पार्टी को सभी 7 सीटों पर हार मिली। जिसके बाद अलका लांबा ने इस हार की जिम्मेदारी को लेकर AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल से जवाब मांगा था। जिसके बाद उन्हें पार्टी के वॉट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया था। यही नहीं, अलका लांबा ने 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रचार करने से भी इनकार कर दिया था।
कौन हैं अलका लांबा
अलका लांबा वर्तमान में दिल्ली की चांदनी चौक सीट से आम आदमी पार्टी की विधायक हैं, लेकिन वर्तमान में वो आम आदमी पार्टी से नाराज चल रही हैं। इससे पहले अलका लांबा करीब 20 सालों तक कांग्रेस पार्टी में सक्रिय रहीं। अलका लांबा ने अपना राजनीतिक जीवन 1994 में शुरू किया। 1994 में जब वो दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन कर रही थीं तभी अलका कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई से जुड़ गईं। साल 1997 में अलका लांबा कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर सुर्खियों में आईं। हालांकि, दिसंबर 2014 में अलका ने कांग्रेस छोड़कर AAP की सदस्यता ग्रहण की थी। 2015 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की सुमन कुमार गुप्ता को हराकर अलका लांबा विधायक बनीं। अलका एक एनजीओ 'गो इंडिया फाउंडेशन' भी चलाती हैं और उसकी अध्यक्ष हैं।
इसे भी पढ़ें:- JNU प्रशासन ने रोमिला थापर से मांगा बायोडाटा तो उठे सवाल, जानिए क्या है पूरा मामला