समय से पहले करवाए जा सकते हैं दिल्ली विधानसभा के चुनाव, ये रहे संकेत
नई दिल्ली- आम आदमी पार्टी ने यह मानकर दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है कि यह समय से पहले यानि इसी साल के अंत में कवाए जा सकते हैं। गुरुवार को आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में यह तय किया गया है कि दिल्ली के चुनावों में पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह चुनाव प्रभारी होंगे। इस बैठक की अगुवाई एएपी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने अपने राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता को चुनाव अभियान का डायरेक्टर बनाया है। केजरीवाल की पार्टी की ओर से चुनावों के सिलसिले में ताबड़तोड़ फैसले इसलिए लिए जा रहे हैं, क्योंकि पार्टी मानकर चल रही है कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव इसी साल दिसंबर महीने में झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ ही करवाया जा सकता है। हालांकि, चुनाव आयोग की ओर से अभी तक इस तरह के कोई संकेत नहीं दिए गए हैं।
बता दें कि हाल के कुछ महीनों में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने बिजली सब्सिडी से लेकर बसों और मेट्रो में फ्री यात्रा और अनाधिकृति कॉलोनियों को अधिकृत किए जाने जैसे कई लोकलुभावन फैसले लिए हैं। विपक्षी पार्टियां आरोप लगा रही हैं कि केजरीवाल सरकार पूरे कार्यकाल तक सोए रहने के बाद अचानक चुनावों के समय ही जागी है और लगातार बड़े ऐलान कर रही है और सरकार की ओर से खूब विज्ञापन दिए जा रहे हैं।
हालांकि, आम आदमी पार्टी का कहना है कि वो अपने काम के आधार पर ही चुनाव मैदान में उतरेगी। पार्टी के कार्यकर्ता स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली और पानी क्षेत्र में उठाए गए कदमों के बारे में घर-घर जाकर जानकारी देंगे। पार्टी को भरोसा है कि वह 2015 वाला प्रदर्शन फिर से दोहराएगी। तब 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी को 67 सीटें मिली थीं और बीजेपी को सिर्फ 3 सीटों से संतोष करना पड़ा था। जबकि, कांग्रेस तो खाता भी नहीं खोल पाई थी। हालांकि, इस साल लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दिल्ली की सातों सीटों पर झंडे गाड़ दिए और कई सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दूसरे स्थान पर भी जगह नहीं बना सके थे।