क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

आमिर खान का 'श्रमदान' का वीडियो देखकर भड़के लोग, कहा-शर्म नहीं आती तुम्हें

Google Oneindia News

मुंबई। हिंदी सिनेमा के मिस्टर परफेक्ट आमिर खान इस वक्त सोशल मीडिया पर हॉट टॉपिक बने हुए हैं, वजह इस बार उनकी कोई फिल्म नहीं बल्कि उनका एक काम है जो कि विवादों के घेरे में आ गया है, दरअसल आमिर खान ने 1 मई को 'लेबर डे' के मौके पर श्रमदान किया था, हालांकि आमिर खान का मकसद तो नेक था लेकिन वो इस नेक काम के चक्कर में लोगों के निशाने पर आ गए।

आमिर खान का 'श्रमदान' का वीडियो देखकर भड़के लोग,

दरअसल अपने श्रमदान की तस्वीरें और वीडियो को खुद आमिर ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था लेकिन इन वीडियो में उनके साथ एक छोटी सी बच्ची भी दिख रही है, जो कि आमिर खान के साथ ही श्रमदान कर रही है, जिसके कारण आमिर खान की आलोचना होने लगी और वो ट्रोल हो गए। वीडियो में दिख रही बच्ची की उम्र 5-6 साल के आस-पास बताई जा रही है, जो आमिर खान के साथ धूप में काम कर रहा है फावड़ा चला रही है।

यह पढ़ें: हिंदू 'हिंसक' क्यों नहीं हो सकता, सीताराम येचुरी ने उठाया सवालयह पढ़ें: हिंदू 'हिंसक' क्यों नहीं हो सकता, सीताराम येचुरी ने उठाया सवाल

लोगों ने पूछा-यह कैसा श्रमदान हैं आमिर?

लोगों ने पूछा-यह कैसा श्रमदान हैं आमिर?

आमिर खान को ट्रोल कर रहे लोगों ने लिखा है कि यै कैसा श्रमदान है, जो कि छोटी बच्ची से कराया जा रहा है, यूजर्स ने आमिर खान को बाल मजदूरी को बढ़ावा देने के लिए कड़ी आलोचना की है, लोगों ने कहा है कि आमिर को बच्ची को काम करने से रोकना चाहिए, उल्टा वो उसे काम करता देख काफी खुश हो रहे हैं, जो कि निंदनीय है।

'चाइल्ड लेबर' अपराध है,आमिर खान: यूजर्स

'चाइल्ड लेबर' अपराध है,आमिर खान: यूजर्स

एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, 'चाइल्ड लेबर अपराध है कृपया इसे बढ़ावा ना दें।' वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, 'बच्चों से काम कराना पूरी तरह से गलत है आप ऐसा क्यों करा रहे हैं।' वहीं कुछ अन्य यूजर आमिर खान ने इस वीडियो में बच्ची से काम कराने के पीछे की वजह पूछ रहे हैं।

पानी फाउंडेशन

आपको बता दें कि आमिर खान ने 'पानी फाउंडेशन' के लिए श्रमदान किया था, ये तस्वीरें उसी दिन की हैं।

1 मई को था मजदूर दिवस

गौरतलब है कि 1 मई को 'इंटरनेशनल श्रमिक दिवस' मनाया जाता है, जिसके चलते भारत समेत विश्व की लगभग सभी कंपनियों में इस दिन छुट्टी रहती है। इसे 'मई दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है, हालांकि इस दिन का इतिहास काफी दर्दनाक है। दरअसल इस दिन की शुरुआत 1 मई 1886 से हुई। इस दिवस को मनाने के पीछे उन मजदूर यूनियनों की हड़ताल है जो कि आठ घंटे से ज्यादा काम ना कराने के लिए की गई थी, इस हड़ताल में 11,000 फैक्टरियों के कम से कम 3,80,000 मजदूर शामिल हुए।

8 घंटे ही काम करने की इजाजत

लेकिन इस हड़ताल दौरान शिकागो की हेय मार्केट में बम ब्लास्ट हुआ था, जिससे निपटने के लिए पुलिस ने मज़दूरों पर गोली चला दी जिसमें सात मजदूरों की मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस जांच के घेरे में आ गई और बवाल को शांत करने के लिए अमेरिका में मात्र 8 घंटे ही काम करने की इजाजत दे दी गई और उसके बाद से ही ये दिवस मनाया जाने लगा।

यह पढ़ें: जीतन राम मांझी ने आतंकी मसूद को कहा 'साहब', भड़की BJP, पार्टी बोली- 'Slip of the Tongue'यह पढ़ें: जीतन राम मांझी ने आतंकी मसूद को कहा 'साहब', भड़की BJP, पार्टी बोली- 'Slip of the Tongue'

Comments
English summary
Aamir khan Mahashram daan with minor girl social media user troll him for promoting child labor.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X