अरविंद केजरीवाल ने सोनिया गांधी के साथ साझा किया मंच, तो आप नेता ने दी इस्तीफे की धमकी
नई दिल्ली। बेंगलुरु में कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में जहां देश की कई पार्टियां मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट हो रही हैं। तो वहीं इस सियासी गठजोड़ से पंजाब की आम आदमी पार्टी के अंदर राजनीतिक भूचाल आ गया है। आप के सीनियर लीडर और वकील एसएच फुल्का ने पार्टी छोड़ने की धमकी दी। कल कुमारस्वामी के शपथ समारोह में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए थे। इस मंच पर अरविंद केजरीवील के साथ-साथ सोनिया गांधी , राहुल गांधी, चंद्रबाबू नायडू, अखिलेश यादव समते कई दिग्गज नेता मौजूद थे।
मेरे लिए 1984 का का मुद्दा सबसे बड़ा है
सभी नेताओं के साथ एक मंच पर आने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि यह महागठबंधन का शक्ति प्रदर्शन था। तभी से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल भी इस महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं। हालांकि अभी तक पार्टी की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं आया है। लेकिन पार्टी के अंदर सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है। आप के नेता एसएच फुल्का ने कहा कि, मेरे लिए 1984 का का मुद्दा सबसे बड़ा है, मेरा जीवन उसी मुद्दे के लिए पूरी तरह से अर्पित है। मैं उस मुद्दे पर जरा सी भी आंच नहीं आने देना चाहता हूं।
अगर आप कांग्रेस से गठबंधन करती है तो मैं इस्तीफा दे दूंगा
एसएच फुल्का ने आगे कहा कि, अगर आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन करती है तो इसका मैसेज यह जाएगा कि सिखों ने दंगों के आरोपी पार्टी को माफ कर दिया है। ऐसा बिलकुल नहीं हो सकता है। अगर पार्टी इस गठबंधन के साथ जाती है जिसमें कांग्रेस भी शामिल है। तो मैं पार्टी से उसी दिन इस्तीफा दे दूंगा।
कल मंच पर विपक्षी एकजुटता की झलक दिखी थी
आपको बता दें कि कल मंच पर विपक्षी एकजुटता की झलक दिखी थी। मंच पर यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री और एचडी कुमारस्वामी के पिता एचडी देवेगौड़ा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायवती भी दिखीं। इनके अलावा बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, आरएलडी प्रमुख अजीत सिंह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी नजर आए। मंच पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, डी राजा और नारायणसामी भी मौजूद थे।
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