AAP में फूटा 'मान बम', केजरीवाल समेत टॉप लीडरशिप पर करारा वार
पंजाब चुनाव परिणाम पर बात करते हुए भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी नेतृत्व ने पंजाब चुनावों की पूरी रणनीति को लेकर ऐतिहासिक भूल की थी
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और पार्टी की टॉप लीडरशिप पर सवाल खड़े किए हैं। एमसीडी चुनावों के परिणाम से पहले भगवंत मान ने कहा कि ईवीएम में गलती ढ़ुढने का कोई मतलब नहीं है। पार्टी को आत्ममंथन करने की जरुरत है।
पंजाब चुनाव परिणाम पर बात करते हुए भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी नेतृत्व ने पंजाब चुनावों की पूरी रणनीति को लेकर ऐतिहासिक भूल की है. मान ने बिना किसी नेता का नाम लिए कहा कि पार्टी नेतृत्व एक मोहल्ला क्रिकेट टीम की तरह व्यवहार कर रही थी और आप ने पंजाब ने एक ऐतिहासिक भूल की है।
भगवंत मान ने कहा कि हार के कारणों की जांच के लिए पार्टी को सबसे पहले अपने अंदर की कमियां को देखना चाहिए.' भगवंत मान ने दूसरे राजनीतिक विकल्पों की ओर भी इशारा किया. 'उन्होंने कहा कि उनके लिए सभी राजनीतिक विकल्प खुलें हैं और मई में अमेरिका से लौटने के बाद वह इस पर गौर करेंगे.'
मान
ने
यह
भी
कहा
कि
उन्होंने
आप
के
संयोजक
अरविंद
केजरीवाल
के
सामने
विस्तार
से
अपनी
बात
रख
दी
है
और
उन्हें
बताया
है
कि
कैसे
पंजाब
में
हार
के
लिए
पार्टी
का
शीर्ष
नेतृत्व
जिम्मेदार
है.
उन्होंने
कहा,
'पार्टी
बिना
अपना
कोई
कप्तान
चुने
चुनाव
में
उतर
गई.
यह
एक
मोहल्ला
क्रिकेट
टीम
जैसी
थी
जिसमें
हर
खिलाड़ी
खुद
ही
फैसला
करता
है
कि
उसे
कहां,
कितना
खेलना
है
और
वह
बैटिंग
करेगा
या
बॉलिंग.
हर
कोई
यह
सवाल
पूछ
रहा
था
कि
जीतने
के
बाद
पार्टी
की
तरफ
से
मुख्यमंत्री
कौन
बनेगा?'
भगवंत
मान
की
नाराजगी
पहले
से
ही
नजर
आने
लगी
थी.
जहां
उन्होंने
पंजाब
चुनाव
में
100
से
भी
ज्यादा
रैलियां
की
थीं
वहीं
वह
दिल्ली
नगर
निगम
में
एक
भी
रैली
करने
नहीं
आए.
दिल्ली
विधानसभा
चुनाव
2015
में
भगवंत
मान
ने
काफी
मेहनत
की
थी।
इस
दौरान
उन्होंने
100
से
भी
अधिक
रैलियां
की
थी।
जबकि
इस
के
उलट
दिल्ली
के
एमसीडी
चुनाव
में
भगवंत
मान
ने
एक
भी
चुनावी
रैली
नहीं
की।
केवल दिल्ली में ही नहीं बल्कि पंजाब में भी आप आदमी पार्टी की गतिविधियों से भगवंत मान गायब दिखाई दे रहे हैं। हाल में, चंडीगढ़ में हुई पार्टी की पंजाब इकाई की मीटिंग में भगवंत मान के अलावा पार्टी की सीनियर लीडरशिप मौजूद रही।