शख्स ने कहा सोनू सूद को लद्दाख भेज दो ताकि वो चीनियों को वापस घर भेज सकें, जानें एक्टर ने क्या दिया सटीक जवाब
आकार पटेल ने कहा- सोनू सूद को लद्दाख भेज दो ताकि वो चीनी वापस घर भेज सके, जानें एक्टर ने क्या दिया सटीक जवाब
नई दिल्ली। कोरोना संकट की वजह से हुए लॉकडाउन में सबसे बुरा हाल प्रवासी मजदूरों का हुआ है,भोजन और काम के लिए तरस रहे प्रवासी मजदूरों के लिए कलाकार सोनू सूद एक मसीहा बन गए। अब तक हजारों की संख्या में अब तक लाखों लोगों को उनके घर सही सलामत पहुंचानवाने की व्यवस्था के इस कार्य की हर कोई प्रशंसा कर रहा हैं। ट्विटर के जरिए भी लोग सोनू सूद से मदद की गुहार लगा रहे है। सोनू सूद केवल मुंबई में ही नहीं बल्कि देश में फंसे हर जगह को लोगों को अपने घर पहुंचा रहे हैं।वहीं सोनू सूद के इस नेक कार्य को लेकर उल्टी-सीधी सलाह भी दे रहे हैं अब किसी ने एक्टर को भारत-चीन सीमा पर मौजूद चीनी सेना को उनके घर वापस भेजने का सुझाव दिया है, जानिए सोनू सूद ने आखिर क्या जवाब दिया।
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आकार पटेल ने कहा सोनू सूद को लद्दाख भेज दो ताकि चीनी सैनिकों को वापस घर भेज सके
दरअसल एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के पूर्व कार्यकारी निदेशक और जाने-माने लेखक, पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता आकार पटेल ने अब सोनू सूद को ट्वीट कर मजाकिया अंदाज में सुझाव दिया हैं। आकार पटेल ने लिखा कि "मेरा विचार - सोनू सूद को लद्दाख भेज दो ताकि चीनी सैनिकों को वापस उनके घर भेज सके। इस शख्स ने एक्टर से भारत की सीमा पर मौजूद चाइनीज सेना को वापस भेजने की गुहार लगाई, तो एक्टर ने भी इसका बखूबी जवाब दिया। जानिए इस पर सोनू सूद क्या सटीक जवाब दिया।
सोनू सूद ने दिया ये खुश कर देने वाला सटीक जवाब
पहले बता दें पूर्वी लद्दाख में चीन ने अपनी हजारों की संख्या में सैनिक भेजा था जिसके बाद भारत और चीन के बीच तनातनी बढ़ गई हालांकि भारत के सख्त रवैये के बाद लगभग ढ़ाई किलोमीटर पीछे चीनी सेना जा चुकी हैं। इसी के मद्देनजर आकार पटेल ने ये टिप्पण करते हुए सोनू सूद को लद्दाख सीमा पर चीनी सेना को वापस चाइना भेजने को लेकर मजाकिया अंदाज में कहा कि मेरा विचार हैं कि सोनू सूद को लद्दाख भेज दो ताकी वो चीनी को वापस भेज सके। इस बात पर सोनू सूद भड़कने के बजाय बड़ी ही सहजता से इसके जवाब में लिखा चीनी लोगों का डिटेल्स भेजो।
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सोनू सूद ने प्रवासी कामगारों को प्राइवेट चार्टर से भी भिजवाया
बता दें लॉकडाउन में हज़ारों प्रवासी मजदूरों को, बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने सबसे पहले सामने आकर उन्हें घर राज्यों तक पहुँचने के लिए बसों की व्यवस्था की। पिछले कई दिनों से न केवल उन्होंने बसों से प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचवाया बल्कि सैकड़ों की संख्या में प्रवासी कामगारों को ट्रंन और प्राइवेट चार्टर से उनके घर भिजवाया। इतना ही नहीं सोनू सूद प्रवासी मजदूरों के भोजन का प्रबंध भी करवा रहे हैं। उन्होंने कहा हैं कि जब तक हर प्रवासी को उसके घर नहीं सही सलामत पहुंचा देता तब तक चैन से नहीं बैंठूगा।
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आकार पटेल के खिलाफ पांच दिनों पहले ये मामला हुआ था दर्ज
मालूम हो कि एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के पूर्व कार्यकारी निदेशक आकार पटेल जिन्होंने सोनू सूद को ये सलाह दी हैं उनके ख़िलाफ़ पांच दिन पहले मुक़दमा दर्ज किया गया। उन पर आरोप है कि उन्होंने अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यकों को अमरीका में हो रहे विरोध प्रदर्शन की तर्ज़ पर आंदोलन करने के लिए उकसाया है। बेंगलुरु में जेसी नगर पुलिस स्टेशन में उनके ख़िलाफ़ दो जून को एफ़आईआर दर्ज की गई थी। आकार पटेल जाने-माने लेखक, पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। उन्होंने 31 मई को एक ट्वीट किया था और उसी को लेकर उन पर एफ़आईआर दर्ज की गई है। आकार पटेल ने कोलाराडो टाइम्स रिकॉर्डर का एक वीडियो क्लिप पोस्ट किया था. इस वीडियो में दिख रहा है कि हज़ारों लोग कोलाराडो के कैपिटोल बिल्डिंग के पास काले अमरीकी नागरिक जॉर्ज फ़्लॉयड की हत्या के ख़िलाफ़ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वीडियो को ट्वीट करते हुए आकार पटेल ने लिखा था, ''दलितों, मुसलमानों, आदिवासियों, ग़रीबों और महिलाओं की तरफ़ से भारत में ऐसे ही प्रदर्शन की ज़रूरत है. दुनिया का ध्यान खींचेगा।