धोनी के आधार कार्ड पर राज्यसभा में भिड़े दो दिग्गज राजनेता
राज्यसभा में आधार कार्ड को लागू करने के मुद्दे ुपर अरुण जेटली और पी चिदंबरम भिड़ गए।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने राज्यसभा में कहा कि आधार कार्ड का प्रयोग कभी आईटी रिटर्न और बैंक खातों के लिए इस्तेमाल करने का इरादा नहीं था लेकिन अगर सरकार कोई फैसला कर रही है तो इसमें फायदा भी होगा।
चिदंबरम ने कहा
चिदंबरम ने कहा कि आप किस तरह से खातों और आईटी रिटर्न्स के ट्रांजेक्शन पर प्राइवेसी तय करेंगे? पेंटागन तक को हैक किया जा चुका है। चिदंबरम ने कहा कि इस बात की क्या गारंटी है कि जो तकनीक आप इस्तेमाल करेंगे। धोनी की पत्नी ने शिकायत की है कि उनका आधार नंबर पब्लिक कर दिया गया।
जेटली बोले आप आधार या कोई और भी आई डी कार्ड दे सकते हैं
इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जहां तक लाभ की बात, आप आधार दे सकते हैं, अगर आपके पास वो नहीं है तो कोई और आईडी दीजिए और इनकम टैक्स के लिए अप्लाई करिए। जेटली ने कहा कि जहां तक टैक्स चोरी की बात है, इस बिल में आधार कार्ड देने या फिर यह साबित करने के लिए कहा गया है अपने टैक्स असेसमेंट में आपने अप्लाई किया है।
धोनी पर शुरू हुई बहस
जेटली ने सदन में पूछा कि क्यों नहीं इस टेक्नोलॉजी को इस काम के लिए प्रयोग में लाया जाए जो जनहित के लिए बनाया गया है। वहीं क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के मसले पर भी जेटली और चिदंबरम के बीच सदन में बहस हुई।
10 साल के लिए कंपनी को कर गिया ब्लैर लिस्ट
चिदंबरम के बाद जेटली ने इस मसले पर कहा कि यह एक गलत व्यवहार था और कंपनी को बतौर सजा 10 साल के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। जेटली ने कहा कि अगर फायरवाल्स क्रैक कर हैकिंग की जा रही है, तो हैकिंग कही भी हो सकती है। यह कोई वजह नहीं है कि किसी योजना में आधार शामिल है इसलिए वो हैक जाएगी।
रविशंकर प्रसाद ने कहा
इसी मसले पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जिस शख्स ने आधार कार्ड बनाया वो धोनी के साथ फोटो क्लिक कराने के लिए उत्साहित हो गया। उनकी कोई भी निजी जानकारी लीक नहीं हुई है। आधार पूरी तरह से सुरक्षित है।
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