यहां के नेशनल पार्क में हफ्ते भर से लीक हो रहा कुएं से तेल, मरीं हजारों मछलियां, लोगों का सांस लेना है मुश्किल
नई दिल्ली। असम के तिनसुकिया जिले स्थित सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) के एक तेल कुएं में विस्फोट होने के बाद संयंत्र के आसपास की आबादी क्षेत्र को खाली करा दिया गया है। विस्फोट के असर से डिबू्र सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान के पास एक झील में तेल लीक हो रहा है। लगातार रिस रहे तेल की वजह से कई जलस्रोतों का पानी खराब हो गया है। इससे उसमें मौजूद मछलियां मर गई हैं। मरने वालों में डॉल्फिंस भी हैं। गैस से पशु-पक्षी मारे गए हैं।
नुकसान के आंकलन के लिए बुलाई गई है सिंगापुर की एक कंपनी
ऑयल इंडिया लिमिटेड ने कहा है कि वॉल्व में खराबी आने की वजह से ये हादसा हुआ है। 60 फीसदी मरम्मत हो चुकी है. हमने सिंगापुर के कंपनी अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल को बुलाया है ताकि वे हादसे के बाद हुए नुकसान का आकलन कर सकें।
कैसे शुरू हुई तेल की लीकेज
ऑयल कंपनियां क्रूड ऑयल खोजने के लिए जमीन के भीतर खुदाई करती हैं। लेकिन जमीन के भीतर क्रूड ऑयल से पहले होता है तमाम खतरनाक गैसों का स्टोर। कुएं के भीतर इन गैसों के प्रेशर को कंट्रोल करना जरूरी होता है। यही नहीं हुआ। गैस ने ऑयल पाइप फाड़ दिए और लीक होने लगी।
पर्यावरण नुकसान की जांच
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष को घटनास्थल का दौरा कर तत्काल रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। तिनसुकिया जिले में डिब्रु सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान के पास बाघजन स्थित गैस कुआं में 27 मई को विस्फोट हुआ था। इसके बाद वहां से हजारों स्थानीय लोगों को हटाया गया था। पर्यावरण को हुए नुकसान के बारे में सरकार ने तिनसुकिया के प्रभागीय वन अधिकारी के माध्यम से ओआईएल को कल नोटिस भेजकर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
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