हरियाणा के एक गांव में 1000 लड़कों पर 2750 लड़कियां
आपको बता दें , 2011 के जनगणना के अनुसार हरियाणा में प्रति 1000 लड़कों पर 834 लड़की हैं, जो कि बेहद निराशाजनक आंकडें हैं। लेकिन इन आंकड़ों के बीच रेनवाली गांव से आयी यह खबर किसी खुशखबरी से कम नहीं है।
हरियाणा के फतेहाबाद जिला में एक छोटा सा गांव है रेनवाली। यह पंजाब बार्डर के पास है, जहां करीब 1,800 लोग रहते हैं। यहां ज्यादातर लोग पिछड़े वर्ग से हैं।
बेटियों से है बहुत प्यार
गांव के सरपंच गुरकिरत सिंह ने कहा कि वे इस बात से अंजान थे। उन्होंने इस लिंगानुपात बदलाव के लिए प्रशासन को श्रेय दिया। उन्होंने बताया कि यहां डॉक्टर अपनी जिम्मेदारियों को लेकर काफी गंभीर हैं। कोई भी डॉक्टर पूर्व लिंग जांच की खतरा मोल नहीं लेता।
गुरकिरत सिंह ने आगे कहा कि, हम अपनी बेटियों से बहुत प्यार करते हैं और बेटे-बेटियों में किसी तरह का भेदभाव नहीं करते हैं।
वहीं, फतेहाबाद सिविल सर्जन डॉ सी बी कम्बोज ने कहा कि सरकार इस गांव की तीन स्कूली मेधावी लड़कियों को पुरस्कार राशि से सम्मानित भी करेगी। जिसमें लड़कियों को पचास हजार, तीन हजार और बीस हजार रूपए दिये जाएगें। सरकारी योजना के तहत इस तरह की आर्थिक मदद यहां हर जिले के दो गांव में दिया जाता है।
लिंगानुपात की समस्या समृद्ध इलाकों में ज्यादा
वहीं, इस सूची में दूसरा स्थान खान मोहम्मद गांव ने हासिल किया है। इस गांव में प्रति 1,000 लड़कों पर 2,000 लड़कियां हैं।
डॉ सी बी कम्बोज ने कहा कि यहां लिंग अनुपात की समस्या ग्रामीण इलाकों की बजाए, ऐसी जगहों पर ज्यादा है, जहां समृद्ध लोग रहते हैं। जिनके पास अच्छी खासी जमीन और प्रॉपर्टी है।
हरियाणा के पांच मुख्य गांव जहां लिंग अनुपात में सुधार देखा गया :
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रेनवाली
(फतेहाबाद)
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2750
लड़कियां
प्रति
1000
लड़के
- खान मोहम्मद (फतेहाबाद) - 2000
- लोतनी (कुरूक्षेत्र) - 1909
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चुहारपुर
(यमुनानगर)
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1818
- अजीजपुर कलान (यमुनानगर) - 1750