प्रशांत किशोर की टीम को त्रिपुरा पुलिस ने किया नजरबंद, टीएमसी के लिए कर रही थी काम
अगरतला, जुलाई 26: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कंपनी आई-पैक की एक टीम को कथित तौर पर त्रिपुरा में नजरबंद किया गया है। जहां वे बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए कुछ ग्राउंड वर्क करने गए थे। त्रिपुरा पुलिस ने उन्हें उस होटल में बंद कर रखा है, जहां वे ठहरे थे। आई-पैक के सूत्रों ने बताया कि पुलिस सुबह से ही होटल की लॉबी में डेरा डाले हुए है। आई-पैक के 22 कर्मचारी सर्वे के लिए अगरतला में थे।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज सुबह, पुलिस ने कथित तौर पर टीम को उनके होटल से बाहर निकलने से रोक दिया, यह कहते हुए कि उन्होंने कोविड के मानदंडों का उल्लंघन किया है। जबकि आई-पैक के सूत्रों का दावा है कि, टीम के पास सभी आवश्यक कोविड कागजात थे। बता दें कि, पश्चिम बंगाल विधानसभा में प्रचंड जीत हासिल करने वाली तृणमूल कांग्रेस की नजर त्रिपुरा की सत्ता पर आ टिकी है।
वहीं इस मामले पर पश्चिम त्रिपुरा एसपी माणिक दास ने कहा कि, उनके (I-PAC सदस्य) आरटीपीसीआर परीक्षण के परिणाम कल आएंगे। उन्होंने कहा कि वे यहां किसी शोध-संबंधी कार्य के लिए आए थे जिसकी जांच की जा रही है। कोविड परीक्षण के परिणाम और जांच के परिणाम मिलने के बाद, उनकी रिहाई पर निर्णय लिया जाएगा।
त्रिपुरा में पार्टी का आधार मजबूत करने के लिए टीएमसी ने प्रशांत किशोर (पीके) की टीम को काम पर लगा दुया है। प्रशांत किशोर के फार्म इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (आईपैक) की टीम त्रिपुरा पहुंच चुकी है। आई पैक की टीम ने राज्य में ग्राउंड सर्वे शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार जल्द ही आई-पैक वहां जिला स्तर पर अपनी टीमों की तैनाती करने जा रहा है। त्रिपुरा में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।
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ऐसे में टीएमसी ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राज्य में बड़ी संख्या में लोग तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। टीएमसी राज्य के मुस्लिम बहुल इलाकों पर अधिक फोकस कर रही है। जिसके लिए पार्टी के कुछ बड़े नेता भी लोगों को पार्टी से जोड़ने के काम में लगे हुए हैं। आने वाले समय में राज्य में पार्टी के कई बड़े नेताओं के दौरे देखने को मिल सकते हैं।