MP: डॉक्टरों ने जिस शख़्स को मरा घोषित किया, पोस्टमार्टम के समय हुआ जिंदा
सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना सिविल अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। यहां डॉक्टरों ने जिस शख्स को मरा घोषित किया था, वह जिंदा निकला। हालांकि बाद में दोबारा इलाज के दौरान सख़्स की मौत हो गई। इस मामले में जिला अस्पताल के सीएमओ ने जांच की बात कही है। यह घटना सागर जिला नागरिक अस्पताल की बताई जा रही है।
जिंदा बुजुर्ग को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया
एक अधिकारी ने बताया कि, एक व्यक्ति को सड़क पर बेहोश पाए जाने के बाद सागर जिले के बीना सिविल अस्पताल में लाया गया था। गुरुवार रात 9 बजे अस्पताल के चिकित्सक ने काशीराम को मृत घोषित कर दिया था। जिसके बाद एक कर्मचारी से पुलिस को मेमो भिजवाया था। जिसमें वृद्ध किशन कासीराम (72) निवासी नौगांव छतरपुर की इलाज के दौरान मौत होने की बात लिखी थी। मेमो के आधार पर आज सुबह बीना पुलिस पोस्टमार्टम करवाने के लिए पहुंची।
वृद्ध से जब बात की तो वह फूट-फूट कर रोने लगा
बीना पुलिस थाना प्रभारी अनिल मौर्य ने बताया कि, 21 जून को जब पुलिस की एक टीम मुर्दाघर पहुंची, तो किशन जिंदा पाए गए। वह कुछ की कहने की कोशिश भी कर रहे थे। वृद्ध से जब बात की तो वह फूट-फूट कर रोने लगा। उसे तत्काल दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद उस वृद्ध का फिर से इलाज शुरू किया गया। हालांकि इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह 10. 20 बजे वृद्ध की मृत्यु हो गई। मृतक कासीराम गरीब था और अकेला ही अप्तलाल में भर्ती हुआ था।
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दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश
इस मामले के सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। वहीं इस पूरे मामले में सीएमओ डॉ. आरएस रोशन ने कहा कि, 'डॉक्टर द्वारा की गई इस लापरवाही की जांच की जाएगी। दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। बीना के एसडीएम केएल मीना ने कहा कि घटना पर एक रिपोर्ट सीएमएचओ को भेजी जाएगी और वे दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई पर फैसला करेंगे।
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