महाराष्ट्र: 'जय श्रीराम' के नारे ना लगाने पर मुस्लिम युवक से मारपीट, हिन्दू दंपति ने बचाया
औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मुस्लिम युवक द्वारा कथित तौर पर जय श्रीराम के नारे ना के कारण मारपीट का मामला सामने आया है। युवक को अज्ञात बदमाशों से एक हिंदू दंपति ने बचाया। घटना शहर के हुडको कॉर्नर इलाके की बताई जा रही है। इस मामले पर बेगमपुरा के पुलिस इंस्पेक्टर मधुकर सावंत ने कहा कि शिकायत मिली है। जांच पूरी होने के बाद ही तथ्य सामने आएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पेशे से वेटर इस्माइल पटेल (28) शुक्रवार करीब 12.30 बजे अपने घर की तरफ जा रहे थे, तभी कुछ बाइक सवार कुछ लोगों ने उसे रोक लिया और उसे जय श्रीराम के नारे लगाने के लिए कहा। जब युवक ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट शुरु कर दी। युवक की रोने की आवाज सुनकर घर से बाहर आए एक दंपति ने उसे बचाया। इसके बाद दंपति ने हमलावरों से युवक की मोटरसाइकिल की चाबी वापस ली और उसे सुरक्षित वहां से निकाल दिया।
इसके बाद युवक के परिजनों ने इस मामले की शिकायत पुलिस में की। जब मामले की जांच करने पुलिस पहुंची तो दंपति ने बदमाशों के डर से किसी भी तरह का बयान दर्ज कराने से इंकार कर दिया। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस उपायुक्त (जोन- I) निकेश पाटिल ने मामला क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर मधुकर सावंत को सौंपा है। बेगमपुरा पुलिस ने 10 आरोपियों के खिलाफ धारा 153 (ए) (गैर-कानूनी सभा और दंगा भड़काने के लिए सांप्रदायिक नफरत फैलाने) सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
इससे पहले यूपी के मुजफ़्फरनगर के एक इमाम ने आरोप लगाया था कि अनजान युवकों ने उन्हें पीटा और जय श्री राम के नारे लगाने का दबाव बनाया। मेरठ जिले के सरधना कस्बे की एक मस्जिद में इमाम मुफ़्ती इमलाक़ुर्रहमान का आरोप है कि शनिवार शाम जब वह अपने गांव के लिए लौट रहे थे तो रास्ते में अनजान युवकों ने उन्हें रोका और उन पर हमला किया गया। वहीं बागपत के पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे कहते हैं, ये सिर्फ मारपीट का मामला है। जो धार्मिक रंग इसे दिया जा रहा है ऐसा बिलकुल नहीं है। हमने इस घटना के बाद तत्काल मुकदमा दर्ज किया है।
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