विमान ईंधन की कीमतों में भारी उछाल, महंगी हो सकती हैं हवाई यात्राएं!
नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी प्रेरित लॉकडाउन में हवाई यात्राओं के संचालन में मिली छूट के बाद 1 जून से विभिन्न एयरलाइन्स कंपनियों ने विभिन्न शहरों में उड़ानों की औपचारिक शुरूआत करते ही विमानों में भरे जाने जेट ईंधन की कीमतों में भारी उछाल आया है, जिससे हवाई यात्राओं के महंगे होने के पूरे आसार हैं। यानी अगर आपने अब तक टिकट नहीं लिए हैं, तो आपको अब टिकट खऱीदने पर ज्यादा मूल्य चुकाने पड़ सकते हैं।
ऐसा इसलिए हुआ है, क्योंकि एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) के दाम जून महीने के पहले ही दिन ही आसमान पर पहुंच गए हैं। दरअसल, तेल विपणन कंपनियों द्वारा विमान ईंधन की कीमतों में करीब 50 फीसदी का इजाफा किया गया है। चूंकि लगभग ढाई महीने के लॉकडाउन में वैसे ही विमानन कंपनियों का भट्टा बैठा हुआ है।
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माना जा रहा है कि जेट ईंधन की कीमतों में ताजा वृद्धि का सीधा असर ग्राहकों के जेब पर पड़ना पूरी तरह से तय हैं, क्योंकि लॉकडाउन के चलते विमान कंपनियां पहले से ही भारी वित्तीय संकट का सामना कर रही है।
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इंडियन ऑयल के अनुसार, दिल्ली में 1 जून को विमान ईंधन की कीमत 12,126.75 रुपए से बढ़कर 33,575.37 रुपए प्रति किलोलीटर हो गई है, जबकि इससे पहले यानी 16 मई से 31 मई तक इसकी कीमत 21,448.62 रुपए प्रति किलोलीटर ही थी। इस हिसाब से विमान ईंधन में 50 फीसदी से अधिक यानी 56.54 फीसदी की भारी बढ़ोतरी हुई है।
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हालांकि दिल्ली की तुलना में विमान ईंधन की कीमतों में कोलकाता में कम वृद्धि हुई है, जो कीमत 45.68 फीसदी है, जिससे कोलकाता में विमान ईंधन की कीमत बढ़कर 38,543.48 रुपए हैं, लेकिन दिल्ली और मुंबई में विमान ईंधन की कीमतों में थोड़ा अंतर हैं। मुंबई में विमान ईंधन की कीमत में 57.80 वृद्धि हुई, जिससे वहां कीमत बढ़कर 33,070.56 रुपए हो गई है और चेन्नई में 56.54 फीसदी कीमत बढ़कर 34,569.30 रुपए प्रति किलोलीटर हो गई है।
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गौरतलब है विमानन कंपनियों का 35 से 40 फीसदी खर्च केवल ईंधन पर ही होता है। क्रिसिल (Crisil) की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप और उसके बाद लागू किए गए लॉकडाउन के चलते घरेलू विमानन उद्योग को चालू वित्त वर्ष के दौरान कुल कमाई में 24,000-25,000 करोड़ रुपए का भारी नुकसान हो सकता है।
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