टिकटॉक के बैन होने के बाद देसी चिंगारी ऐप की चांदी, हर घंटे बढ़ रहे हैं इतने डाउनलोड
नई दिल्ली। चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 59 चीनी ऐप को प्रतिबंधित करने का फैसला लिया है। इनमे सबसे ज्यादा लोकप्रिय टिकटॉक ऐप भी है। भारत में टिक टॉक इस्तेमाल करने वालों की संख्या तकरीबन 10 करोड़ यानि 100 मिलियन है, लिहाजा टिकटॉक बैन किए जाने के बाद लोग इसके विकल्प की ओर देख रहे हैं। टिकटॉक के विकल्प के तौर पर भारत में बना चिंगारी ऐप काफी लोकप्रिय हो रहा है। चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध के बाद चिंगारी ऐप को तकरीबन 3 मिलियन से अधिक लोग डाउनलोड कर चुके हैं।
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जबरदस्त डाउनलोडिंग
चिंगारी ऐप को डाउनलोड करने की लोगों में होड़ मच गई। चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगने के बाद चिंगारी ऐप को प्रति घंटे एक लाख लोग डाउनलोड कर रहे हैं और इसपर व्यूज भी प्रति घंटे दो मिलियन तक बढ़ गए हैं। चिंगारी ऐप को अबतक 3 मिलियन से अधिक लोग डाउनलोड कर चुके हैं। इस ऐप को बेंगलुरू के एक प्रोग्रामर बिस्वात्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम ने पिछले वर्ष बनाया था। फिलहाल यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर टॉप पर चल रहा है और इसने मित्रों ऐप को भी बहुत पीछे छोड़ दिया है।
लगातार बढ़ रहे यूजर
बिस्वात्मा नायक का कहना है कि जबसे इस बात का प्रचार शुरू हुआ कि भारत के पास टिकटॉक का विकल्प अपना देसी ऐप उपलब्ध है, इस ऐप को डाउनलोड करने वालों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। चिंगारी में लगातार लोगों की संख्या बढ़ रहा है और इसने नया कीर्तिमान स्थापित किया है, लोगों ने इस ऐप को अपना प्यार दिया इसके लिए उनका शुक्रिया। हम इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि अच्छे निवेशक के साथ हाथ मिला सकें ताकि इस ऐप को लोगों को मुफ्त में मुहैया कराते रहें।
आनंद महिंद्रा ने की तारीफ
उद्योगपति आनंद महिंद्रा जिन्होंने कभी भी टिकटॉक ऐप का इस्तेमाल नहीं किया, उन्होंने भी चिंगारी ऐप को डाउनलोड किया है और इस बारे में उन्होंने ट्वीट करके हुए लिखा कि आपको और ताकत मिले। चिंगारी ऐप पर आप वीडियो अपलोड कर सकते हैं, अपने दोस्तों से बात कर सकते हैं, नए लोगों से भी जुड़ सकते हैं, उनके साथ कंटेट साझा कर सकते हैं और लोगों के फीड को भी ब्राउज कर सकते हैँ। इस ऐप के जरिए लोग अपने व्हाट्सएप स्टेटस के लिए वीडियो, ऑडियो, जीआईएफ स्टीकर, तस्वीरें आदि भी साझा कर सकते हैं।
होती है कमाई
यही नहीं चिंगारी ऐप अपने यूजर्स की कमाई भी कराता है। यूजर के कंटेंट पर व्यूवर के आधार पर उन्हें पैसे भी दिए जाते हैं। वीडियो को अपलोड करने पर ऐप की ओर से उन्हें प्रति व्यूज पर प्वाइंट मिलते हैं, जिसे पैसे के तौर पर रीडीम कराया जा सकता है। चिंगारी ऐप गूगल प्ले स्टोर और ऐप्पल प्ले स्टोर दोनों पर उपलब्ध है।
भारतीय कंपनियों में खुशी
ऐप पर प्रतिबंध पर सरकार के फैसले के बाद चिंगारी ऐप के फाउंडर और प्रोडक्ट ऑफिसर सुमित घोष ने कहा कि भारत सरकार और आईटी मंत्रालय की ओर से यह बेहद अहम फैसला लिया गया है। काफी लंबे समय से टिकटॉक भारत में यूजर्स की जासूसी कर रहा था और उन्हें चीन भेज रहा था। हम खुश हैं कि सरकार ने आखिरकार यह कदम उठाया। मैं नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करता हूं। हम लोगों से अपील करते हैं कि वह चिंगारी ऐप को इस्तेमाल करें जोकि पूरी तरह से 100 फीसदी भारतीय ऐप है और भारतीयों ने इसे काफी मेहनत और लगन से बनाया है। उल्लेखनीय है कि भारत में चीनी ऐप्स की तुलना में देशी ऐप्स को बढ़ावा मिल रहा है। चिंगारी जैसे नए ऐप्स चीनी TikTok जैसे ऐप की जगह लेने को आ गए हैं। चीनी शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक को मात देने के लिए बनाए गए मित्रों (Mitron) ऐप ने लॉन्च के दो महीनों में ही एक नया कीर्तिमान बनाया है।
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