आतंकियों के साथ पकड़े गए जम्मू कश्मीर पुलिस के निलंबत DSP दविंदर सिंह को जमानत
नई दिल्ली। हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकियों को कथित तौर पर मदद पहुंचाने के आरोप में उनके साथ पकड़े गए जम्मू कश्मीर पुलिस के निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह को जमानत मिल गई है। दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को दविंदर सिंह की बेल मंजूर की है। दविंदर सिंह के वकील ने बताया है कि दिल्ली पुलिस निर्धारित अवधि के भीतर उनके मुवक्किल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी। जिसके बाद कोर्ट ने आज जमानत की अर्जी मंजूर कर ली।
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने बताया है कि दविंदर की रिहाई अभी नहीं होगी। एनआईए की ओर से कहा गया है कि दविंदर सिंह उनकी न्यायिक हिरासत में जेल में रहेगा। हमारे पास उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं और नियत समय में चार्जशीट कर दिया जाएगा।
दविंदर बीते छह महीने से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। दविंदर सिंह को इसी साल 11 जनवरी को पुलिस की एक टीम ने आतंकियों के साथ कुलगाम स्थित मीर बाजार से गिरफ्तार किया था। इस दिन वो ड्यूटी पर मौजूद नहीं था। हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों को एक वाहन से ले जाते समय दविंदर को गिरफ्तार किया गया था।
जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी रैंक के ऑफिसर दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के बाद कहा गया था कि वह हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकियों को जम्मू से दिल्ली भेजने की फिराक में था। उसके साथ जिन दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था, वो दोनों ही घाटी के वॉन्टेड आतंकी है। सिंह के घर की तलाशी में पुलिस को दो पिस्टल और दो एक-47 राइफल्स मिली थीं।
दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था कि साल 2013 में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु ने भी दविंदर सिंह का जिक्र अपनी एक चिट्ठी में किया था। अफजल गुरु ने जो चिट्ठी लिखी थी, उसमें उसने बताया था कि कैसे दविंदर सिंह जो हमले के समय स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) में डीएसपी थे, उसने संसद हमलों के सह आरोपी मोहम्मद को दिल्ली ले जाने के लिए कहा था। डीएसपी ने न सिर्फ दिल्ली ले जाने बल्कि मोहम्मद के लिए एक कार खरीदने और किराए पर घर का इंतजाम करने को भी कहा था। वहीं सिंह के पास काफी संपत्ति होने की बात भी सामने आई थी।
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