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दिव्यांग भिखारी ने वो कर दिखाया जो बड़े-बड़े अमीर नहीं कर सके, लोग कर रहे हैं सलाम

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नई दिल्ली। इंसान का जीवन मिलना मनुष्य के जीवन की सबसे बड़ी सफलता है, ऐसे में इस सफलता को पहचानने की जरूरत है। समाज में असहाय, गरीब, दिव्यांग, बेघर तमाम ऐसे वर्ग के लोग हैं जो अपना जीवन लाचारी में जीने को मजबूर हैं, किसी के पास खाने को खाना नही है तो किसी पासस रहने को मकान नहीं, किसी के पास पहनने को कपड़ा नहीं। ऐसी परिस्थितियों में अक्सर लोग गलत रास्ते पर चल पड़ते हैं और जीवन में काफी मुश्किल का सामना करते हैं। कई लोग अपनी लाचारी से मजबूर होकर भीख भी मांगने को मजबूर हो जाते है। लेकिन इन तमाम विषम परिस्थितियों के बीच भीख मांगने को मजबूर एक ऐसा भी व्यक्ति है जिसे समाज और शोषित वर्ग को लेकर चिंता है और वह भीख मांगकर भी उनके लिए ऐसे सराहनीय काम कर रहा है जो बड़े-बड़े अमीर लोग तमाम पैसा होने बावजूद नहीं करते हैं।

लोगों के लिए प्रेरणा

लोगों के लिए प्रेरणा

हम बात कर रहे हैं पठानकोट के शहर के राजू की जो दिव्यांग हैं और ढांगू रोड पर भीख मांगकर अपना जीवन बसर करते हैं। लेकिन वह अन्य भिखारियों से बिल्कुल अलग हैं। उन्होंने लोगों से पैसा मांगकर जो कर दिखाया है वह शायद ही आपने कभी सुना हो। दरअसल ढांगू रोड पर बनी एक पुलिस टूट गई थी, जिसकी वजह से कई लोग इसमे हादसे का शिकार हो गए थे। लोगों ने संबंधित विभाग से कई बार इसकी मरम्मत को लेकर शिकायत की। लेकिन जब प्रशासन ने इनकी बात नहीं सुनी तो राजू ने इस पुलिया को बनवाने का ठानी।

पुलिया की मरम्मत कराई

पुलिया की मरम्मत कराई

राजू ने जो पैसे लोगों से मांगकर इकट्ठे किए थे उसकी मदद से उन्होंने खुद मिस्त्री बुलाकर इस पुलिया की मरम्मत कराई। राजू कहते हैं कि अब इस पुलिया पर कोई घायल नहीं होगा। लेकिन शहर में इस बात की किसी को जानकारी नहीं थी कि इस पुलिया को राजू ने बनवाया है, जब लोगों को इसकी जानकारी मिली तो हर कोई उनके जज्बे को सलाम कर रहा है। राजू बचपन से ही दिव्यांग है, उसके माता-पिता की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी, उसके तीन भाई-बहन हैं। लेकिन दिव्यांग होने की वजह से उसका हर किसी ने साथ छोड़ दिया, जिसके बाद मजबूर होकर राजू भीख मांगने लगा।

गरीब-असहायों की करता है मदद

गरीब-असहायों की करता है मदद

राजू को भीख में जो भी मिलता उससे वह सिर्फ अपना पेट भरता और बाकी के पैसे वह जमा करता। इन पैसों से वह अन्य लोगों की मदद करता है। गरीब महिलाओं को सिलाई मशीन खरीद कर देता है। गरीब बच्चों की फीस का खर्च उठाता है। राजू का कहना है कि यह करके उसे बहुत सुकून मिलता है और अब यही समाज सेवा उसके जीवन का ध्येय है। राजू के नेक इरादों को जानने के बाद लोग उसे अधिक पैसे देते हैं, जिससे वह लोगों को अधिक से अधिक मदद करता है।

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English summary
A beggar who proved himself a richest man despite many challenges.
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