न्यूजीलैंड के पीएम का इशारा भारत जल्द बनेगा एनएसजी सदस्य
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने कहा पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात में उठा एनएसजी में भारत की सदस्यता का मुद्दा। की के मुताबिक न्यूजीलैंड एनएसजी में भारत की सदस्यता का अहमियत को समझता है।
नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने बुधवार को नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद जो बयान पीएम की की ओर से दिया गया, उससे इशारा मिलता है कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की एंट्री को लेकर न्यूजीलैंड का जो विरोध था, वह दूर हो सकता है।
एनएसजी की अहमियत से वाकिफ की
पीएम की ने मुलाकात के बाद जो बयान दिया उसमें कहा कि न्यूजीलैंड एनएसजी में भारत की मौजूदगी की अहमियत से वाकिफ है। की ने जानकारी दी कि न्यूजीलैंड एनएसजी के बाकी सदस्यों के साथ मिलकर बातचीत कर रहा है। जल्द ही इस पर कोई फैसला लिया जाएगा।
न्यूजीलैंड ने किया था विरोध
आपको बता कि न्यूजीलैंड उन देशों में शामिल है जिन्होंने जुलाई में दक्षिण कोरिया में आयोजित एनएसजी सदस्यों की मीटिंग में भारत की एंट्री का विरोध किया था।
न्यूजीलैंड ने कहा था कि परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर जिन देशों ने साइन नहीं किए हैं उन्हें अपवाद के तौर पर एंट्री नहीं दी जा सकती है भले ही इसमें भारत जैसा कोई देश ही क्यों न शामिल हो।
यूएनएससी में भी भारत का समर्थन
इसके अलावा जॉन की ने यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में भी भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया। इसके अलावा न्यूजीलैंड ने आतंकवाद समेत भारत को सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर सहयोग का वादा दिया है।