जासूसी काण्ड में अहम कड़ी शोएब को पुलिस ने किया अरेस्ट
दिल्ली पुलिस ने शोएब नाम के जासूस को गिरफ्तार किया है जो महमूद अख्तर के साथ काम करता था।
नई दिल्ली। पाकिस्तान उच्चायोग में कर्माचारी महमूद अख्तर के साथ काम करने वाले शोएब को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस रवीन्द्र यादव के अनुसार शोएब इस मामले की महत्वपूर्ण कड़ी था।
बृहस्तपतिवार को अख्तर के एक जासूसी मामले में पकड़े जाने के बाद पुलिस ने तीन और गिरफ्तारियां की।
मौलाना रमजान और सुभाष जंगीर को पुलिस ने राजस्थान में गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने शोएब को गिरफ्तार किया।
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यादव के अनुसार इनका जाल बीचे 3-4 सालों से फैला हुआ था। जो तीन जासूस पकड़ गए हैं, वो बहुत ही मंझे हुए समूह में काम कर रहे थे।
की जा रही है पूछताछ
उन्होंने आगे कहा कि शोएबा वीजा एजेंट था और फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। वो 6 बार पाकिस्तान गया है। उसकी मां और अन्य रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं और उसके संपर्क सीमा पार भी हैं।
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यादव ने कहा कि जब शोएब की गिरफ्तारी होने वाली थी, उसके कुछ देर पहले वो सारे सबूत मिटाने की फिराक में था। हालांकि वो सबूत मिटाने में कामयाब नहीं हो सका।
ये है मामला
बता दें कि पाकिस्तान उच्चायुक्त के स्टाफ को रक्षा संबंधी अहम दस्तावेजों को चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टाफ को पुलिस ने जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
बता दें कि बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस के ऑफिसर रविंद्र यादव ने इस मामले में कई अहम जानकारियां दीं।
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उन्होंने बताया था कि अख्तर ने शुरुआत में खुद को भारतीय नागरिक बताया था। इसे साबित करने के लिए अपने पास मौजूद फर्जी आधार कार्ड भी दिखाया
यादव के मुताबिक अख्तर पाक सेना की बलूच रेजीमेंट में था।
इसके बाद उसे आईएसआई ने अपने यहां पर रखा और फिर वह हाई कमीशन में वीजा डिपार्टमेंट में काम करने लगा था। उच्चायुक्त के इस कर्मी को भारत ने देश वापस लौटने का आदेश दिया है।
महमूद के साथ दो भारतीयों रमजान और सुभाष को भी गिरफ्तार किया गया है।