हैदराबाद: 9 साल का लड़का अनोखे तरीकों से सॉल्व करता है Pyraminxs, हासिल किए दो विश्व रिकॉर्ड
हैदराबाद। तेलंगाना के हैदराबाद में रहने वाले एक लड़के ने रिकॉर्ड समय में अपने अनूठे तरीकों से पैरामिक्स (Pyraminxs) को हल करने पर दो अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड हासिल किए हैं। एसपी शंकर नामक इस लड़के ने रूबिक्स क्यूब हल करने पर एक राष्ट्रीय पुरस्कार भी अपने नाम किया है। ये दो अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार- 'मोस्ट नंबर ऑफ पैरामिक्स सॉल्वड व्हाइल हैंगिंग अपसाइड डाउन' और 'मोस्ट नंबर ऑफ पैरामिक्स सॉल्वड व्हाइल स्केटिंग' हैं।
शंकर की मां दिव्या मंगला का कहना है कि शंकर ने छह साल की उम्र में पजल हल करना शुरू किया था और उसके बाद से वह हमेशा अपने हाथों में क्यूब थामे रहता है। वह कहती हैं, 'मुझे इस बात पर गर्व है कि शंकर ने इतनी कम उम्र में दो विश्व रिकॉर्ड और एक लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड हासिल किया है। उसने छह साल की उम्र से ही क्यूबिंग शुरू कर दी थी, और इसके सिर्फ तीन साल बाद ही वह दो विश्व रिकॉर्ड हासिल करने में सक्षम रहा।'
वह कहती हैं, 'वह दिन रात अपने हाथों में क्यूब रखता है। जब उसने ये शुरू किया था, तब वह केवल क्यूब का एक साइड हल कर पाता थ। बाद में वह सभी साइड हल करने लगा और फिर उसने स्पीडक्यूबिंग शुरू कर दी। अब वह मेगामिक्स (12 फेस वाला एक तरह का रूबिक्स क्यूब) हल कर सकता है।' शंकर की मां कहती हैं कि उनका बेटा पानी के अंगर भी क्यूब हल कर सकता है। दिव्या कहती हैं, 'उसके शिक्षकों से मुझे काफी कुछ सुनने को मिला कि वह अपनी पढ़ाई से ज्यादा ध्यान क्यूबिंग पर देता है। लेकिन मुझे लगता है कि ये ठीक है। मैं अब उसे घर पर ही पढ़ाती हूं। हर दिन वह यजुर्वेद के एक भाग का जाप करता है और वॉइलन भी सीख रहा है।'
वहीं एसपी शंकर के पिता सुब्रमण्यम कहते हैं, 'वह यूट्यूब पर स्पीडक्यूबिंग के कई वीडियो देखता है। इस ओर उसकी रुचि तब जगी, जब उसे जन्मदिन के तोहफे में क्यूब मिला। अपनी गति में सुधार करने के लिए उसने विशेषज्ञों से विशेष प्रशिक्षण भी लिया है। संयोग से वह एक अच्छा स्केटर भी है इसलिए उसने रिकॉर्ड हासिल किया है। इसी तरह उसने उल्टा लटककर पैरामिक्स को हल करने की कोशिश में दिलचस्पी दिखाई थी। हम पहले तो हिचकिचा रहे थे लेकिन उसकी बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए हमने उसे प्रोत्साहित किया और अब उसने दो विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं।'
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