Bihar Election: वो सीटें जहां 1000 से कम वोट के अंतर से हुआ हार-जीत का फैसला
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Elections 2020) का रणभेरी बज चुकी है। आज गुरुवार को पहले चरण का नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही 71 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच होना है। हालांकि दोनों में सीटों को लेकर अंदरूनी रस्साकशी के चलते अभी तक प्रत्याशियों का ऐलान नहीं हो पाया है। चुनावी चौसर में किसके सिर पर जीत का सेहरा बंधेगा ये तो 10 नवम्बर को पता चलेगा लेकिन हम आपको बिहार के विधानसभा चुनाव 2015 के का एक दिलचस्प आंकड़ा बताने जा रहे हैं।
8 सीटों पर 1000 से कम अंतर से जीत
2015 का चुनाव पिछले कई चुनावों से अलग रहा था। नीतीश कुमार ने एनडीए का पुराना साथ छोड़ लालू यादव से हाथ मिलाया था और बिहार में महागठबंधन सामने आया था। नतीजे आए तो महागठबंधन की लहर भारी पड़ी थी। महागठबंधन को 178 सीटें मिली थीं। वहीं इस चुनाव में 8 सीटें ऐसी भी रही थीं जहां कांटे का मुकाबला था। इन 8 सीटों पर मुकाबला बेहद नजदीकी रहा था। सांस रोक देने वाली मतगणना के बाद जब नतीजे आए तो जीत का अंतर 1000 से भी कम वोटों का रहा था।
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तरारी में जीत का अंतर सबसे कम
भोजपुर जिले में पड़ने वाली तरारी सीट पर 2015 के चुनाव में जीत का अंतर सबसे कम रहा था। इस विधानसभा सीट के चुनावी दंगल में वैसे तो 14 प्रत्याशी मैदान में थे लेकिन जीत का सेहरा सीपीआई (एमएल) के सुदामा प्रसाद के सिर बंधा। सुदामा प्रसाद ने लोक जनशक्ति पार्टी की उम्मीदवार गीता पांडे को मामूली अंतर से हरा दिया। सुदामा प्रसाद को 44050 वोट मिले तो गीता पांडे 43,778 वोट पाने में सफल रही। इस तरह सुदामा प्रसाद 272 वोटों के अंतर से विजयी होने में सफल रहे।
बरौली
में
504
वोट
रहा
जीत
का
अंतर
गोपालगंज
जिले
की
बरौली
सीट
पर
पर
कांटे
का
मुकाबला
देखने
को
मिला
था।
बरौली
विधानसभा
में
17
प्रत्याशी
चुनाव
मैदान
में
थे
लेकिन
मुकाबला
आरजेडी
के
मोहम्मद
नेमतुल्लाह
और
बीजेपी
के
राम
प्रवेश
राय
के
बीच
था
जिसमें
नेमतुल्लाह
ने
बीजेपी
उम्मीदवार
को
504
वोटों
के
अंतर
से
हरा
दिया
था।
राष्ट्रीय
जनता
दल
के
नेमतुल्लाह
को
61,690
वोट
मिले
थे
वहीं
राम
प्रवेश
राय
61,186
वोटों
पर
ठहर
गए
और
जीत
नेमतुल्लाह
के
खाते
में
चली
गई।
चनपटिया में रही कांटे की टक्कर
पश्चिमी चंपारण जिले की चनपटिया विधानसभा सीट पर 10 उम्मीदवार मैदान में थे लेकिन मुकाबला था कभी साथ-साथ रहे जेडीयू और बीजेपी प्रत्याशी के बीच। बेहद कांटे के मुकाबले में बीजेपी के प्रकाश राय ने जेडीयू के एनएन शाही को मात दे दी। प्रकाश राय को 61304 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी शाही को 60,840 वोट हासिल हुए। इस तरह मात्र 464 वोट से भाजपा के प्रत्याशी के सिर जीत का सेहरा बंधा।
शिवहर
सीट
से
लवली
आनंद
को
मिली
हार
शिवहर
की
सीट
बाहुबली
आनंद
मोहन
की
पारंपरिक
सीट
मानी
जाती
है।
2015
में
यहां
जेडीयू
के
सैफरूद्दीन
और
हम(एस)
से
उम्मीदवार
लवली
आनंद
के
बीच
बेहद
कड़ा
मुकाबला
रहा।
लेकिन
आनंद
मोहन
की
पत्नी
लवली
आनंद
को
यहां
हार
का
मुंह
देखना
पड़ा।
सैफरूद्दीन
ने
मात्र
461
वोटों
के
अंतर
से
लवली
आनंद
को
हरा
दिया।
जेडीयू
के
सैफरूद्दीन
को
44,576
वोट
मिले
थे
जबकि
44,115
वोट
हासिल
हुए
थे।
बनमनखी में एक बार फिर जीती भाजपा
पूर्णिया जिले की बनमनखी सीट पर पिछली चार बार से लगातार बीजेपी जीत रही थी लेकिन 2015 में उसे आरजेडी से कांटे की टक्कर मिली। आरजेडी के संजीव पासवान के सामने बीजेपी के ऋषि कुमार को नाको चने चबाने पड़े। मतगणना में बीजेपी को 59,053 वोट मिले जबकि संजीव पासवान 58,345 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। इस तरह ऋषि कुमार 708 वोटों से विधानसभा में पहुंचने में सफल रहे।
आरा में 666 वोटों से जीत
भोजपुर जिले की आरा सीट पर 11 लोगों की किस्मत ईवीएम में बंद थी लेकिन मतगणना शुरू हुई तो मुख्य मुकाबला आरजेडी के नवाज आलम और बीजेपी के अमरेंद्र प्रताप के बीच रहा। कई बार ऐसे मौके आए जब दोनों प्रत्याशियों को अपनी जीत नजर आ रही थी लेकिन अंत में विजयश्री मिली आरजेडी के नवाज आलम को मिली। नवाज आलम ने अमरेंद्र प्रताप को 666 वोट से हरा दिया। 70004 वोट और अमरेंद्र प्रताप को 69338 मत हासिल हुए।
चैनपुर में रहा त्रिकोणीय मुकाबला
कैमूर जिले की चैनपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी, जेडीयू और बीएसपी के त्रिकोणीय मुकाबले में जीत का सेहरा बीजेपी के बृज किशोर बिंद के सिर बंधा। बिंद और बीएसपी के मोहम्मद जमा खान के बीच कांटे का मुकाबला रहा। बिंद को 58913 वोट मिले तो वहीं खान को 58,242 वोट मिले। इस तरह बिंद ने 671 वोटों से जीत अपने नाम की। इस सीट पर 14 प्रत्याशी मैदान में थे।
झंझरपुर
में
आरजेडी
की
जीत
मधुबनी
जिले
की
झंझरपुर
सीट
भी
ऐसी
सीट
थी
जहां
पर
जीत
का
अंतर
1000
से
कम
वोट
का
रहा
था।
2015
में
इस
सीट
पर
18
उम्मीदवार
मैदान
में
थे
लेकिन
यहां
मुकाबला
आरजेडी
और
बीजेपी
के
बीच
था।
आरजेडी
उम्मीदवार
गुलाब
यादव
ने
834
वोटों
के
अंतर
से
बीजेपी
के
नीतीश
मिश्रा
को
धूल
चटा
दी।
गुलाब
यादव
को
64,320
वोट
मिले
जबकि
नीतेश
मिश्रा
को
64,320
वोट
हासिल
हुए।
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