धारा-370 पर पाकिस्तानी हरकतों के बीच पठानकोट एयरबेस पर 8 Apache हेलिकॉप्टर की तैनाती
नई दिल्ली- मंगलवार यानि 3 सितंबर को भारतीय वायुसेना के लिए बड़ा दिन साबित होने वाला है। इसी दिन 8 अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो रहे हैं। पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित होने जा रहे समारोह में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ चीफ गेस्ट के तौर पर खुद उपस्थित रहेंगे। वायुसेना के मुताबिक इन अत्याधुनिक हेलिकॉप्टरों के बेड़े में शामिल होने से इसकी युद्धक क्षमता बढ़ेगी। अपाचे हेलिकॉप्टर को अमेरिका के एडवांस्ड हेलिकॉप्टर प्रोग्राम का हिस्सा माना जाता है और अमेरिकी सेना भी इसका इस्तेमाल कर रही है।
अपाचे हेलिकॉप्टर से वायुसेना की ताकत बढ़ेगी
अमेरिका में बने 8 अपाचे एएच-64ई अटैक हेलिकॉप्टर एयरफोर्स में शामिल होने से इसकी युद्ध क्षमता में काफी इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। सोमवार को भारतीय वायुसेना की ओर से इन अत्याधुनिक हेलिकॉप्टरों के एयरफोर्स के बेड़े में शामिल किए जाने की जानकारी दी गई है। सभी 8 अपाचे हेलिकॉप्टर पठानकोट एयरबेस पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की मौजूदगी में एयरफोर्स में शामिल किए जाएंगे। एयर फोर्स के अधिकारी ने बताया कि, 'आठ अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना में शामिल होने के लिए तैयार है, जिस से इस बल की युद्धक क्षमता बढ़ जाएगी।' बता दें कि अपाचे एएच-64ई हेलिकॉप्टर को दुनिया के मल्टी-रोल कॉम्बैट हेलिकॉप्टर्स में से बेहद उन्नत माना जाता है और अमेरिकी आर्मी इसका इस्तेमाल करती है।
समय से पहले मिली अपाचे की डिलिवरी
बता दें कि चार साल पहले सितंबर 2015 में 22 अपाचे हेलिकॉप्टर के लिए अमेरिकी सरकार और बोइंग कंपनी के साथ इंडियन एयर फोर्स ने एक मल्टी-बिलियन डॉलर का करार किया था। इनमें से 4 हेलिकॉप्टर पिछले 27 जुलाई को गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस में बोइंग ने वायुसेना को सौंप दिए थे। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने 2017 में सेना के लिए 4,168 करोड़ रुपये की लागत से बोइंग से वेपन सिस्टम के साथ 6 अपाचे हेलिकॉप्टरों की खरीद को भी मंजूरी दी थी। मंगलवार को भारतीय वायुसेना में शामिल हो रहे अटैक चॉपर्स पहला बेड़ा है। 2020 तक भारतीय वायुसेना के बेड़े में 22 अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल हो जाएंगे। अभी जो बोइंग से डिलिवरी मिली है, वह तय समय से पहले ही मिली है।
एडवांस्ड हेलिकॉप्टर प्रोग्राम का हिस्सा
भारतीय वायुसेना के क्रू के पहले बैच को अपाचे हेलिकॉप्टर उड़ाने की ट्रेनिंग 2018 में अमेरिका में शुरू की गई थी। जुलाई, 2018 में भारतीय वायु सेना ने अपाचे एएच-64ई हेलिकॉप्टर की पहली सफल उड़ान पूरी की। वायुसेना के मुताबिक अपाचे हेलिकॉप्टर आने से फोर्स की भविष्य की कई जरूरतें पूरी होने की संभावना है। बता दें कि बोइंग ने दुनिया भर के ग्राहकों को अबतक 2,200 अपाचे हेलिकॉप्टर मुहैया कराए हैं और अपने वायुसेना के बेड़े में इसे शामिल करने जा रहा भारत दुनिया का 14वां देश है। इस हेलिकॉप्टर में कई खूबियां हैं, मसलन सेंसर की मदद से यह रात में भी सफल उड़ान भरने में सक्षम है और यह अपने साथ हथियार, रॉकेट और मिसाइलें लेकर भी उड़ सकता है। इन खूबियों की वजह से यह जंगल, पहाड़ के इलाकों में भी आतंकवादियों और दुश्मनों का मुकाबला करने में सक्षम है। यह हेलिकॉप्टर अमेरिकी सेना के एडवांस्ड हेलिकॉप्टर प्रोग्राम का हिस्सा है।