पश्चिम बंगाल: अंतिम चरण में भी हिंसा, बाबुल सुप्रियो ने ममता के बारे में ये कहा
नई दिल्ली- पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भारी सुरक्षा इंतजामों के बावजूद सातवें चरण के चुनाव में भी हिंसक वारदातों की खबरें हैं। भाटपाड़ा में तो चुनाव से पहले ही हिंसा भड़क गई और वहां गाड़ियों में आग लगा दी गई और बम चलाए जाने की भी खबरें हैं। आसनसोल (Asansol) से सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने सातवें चरण के चुनाव में भी हिंसा के लिए पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और टीएमसी (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) को जिम्मेदार ठहराया है।
चुनावी धांधली और हिंसा के आरोप
पश्चिम बंगाल के जयनगर (Jaynagar) लोकसभा क्षेत्र में टीएमसी (TMC) कार्यकर्ताओं पर बीजेपी समर्थकों की पिटाई के आरोप लगे हैं। पार्टी के कैंप कार्यालय में तोड़फोड़ की भी बात कही जा रही है। यह घटना जयनगर (Jaynagar)लोकसभा क्षेत्र की कुलटोली (Kultoli) की बताई जा रही है। बशीरहाट (Basirhat) लोकसभा क्षेत्र के बीजेपी (BJP) उम्मीदवार सायंतन बसु (Sayantan Basu) ने कई इलाकों में चुनावी धांधली के आरोप लगाते हुए शिकायत की है कि इसे रोकने के लिए पुलिस ने कुछ नहीं किया। डायमंड हार्बर (Diamond Harbour) लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी निलांजन रॉय (Nilanjan Roy) ने आरोप लगाया कि बज बज इलाके में उनकी कार में पुलिस के सामने तोड़फोड़ की गई। अंतिम चरण के मतदान से पहले भी टीएमसी (TMC) और बीजेपी (BJP) समर्थकों में हिंसक झड़पों की खबरें है। कोलकाता से 40 किलोमीटर दूर (Kolkata)भाटपाड़ा (Bhatpara) में बीजेपी के एक नेता अर्जुन सिंह (Arjun Singh) को गोली मारी गई, जिसके बाद हिंसा भड़की और बम धमाके किए गए एवं गोलियां दागी गईं। इस दौरान दो कारों में आग लगा दी गई।
मुख्यमंत्री के चलते हिंसा- सुप्रियो
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) ने चुनाव में बार-बार की हिंसा के लिए सीधे तौर पर टीएमसी (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है यह तो होना ही था, क्योंकि राज्य की मुख्यमंत्री ने कहा था कि,'वह बदला लेकर रहेंगी।' उनके मुताबिक,"वे लगातार कहते रहे हैं कि हिंसा भड़काने वालों में मैं एक हूं, लेकिन मैं तो यहां अपना वोट देने के लिए हूं....क्या आपको कहीं हिंसा नजर आती है?" जादवपुर (Jadavpur) से बीजेपी उम्मीदवार अनुपम हाजरा (Anupam Hazra) ने आरोप लगाया कि 'टीएमसी के गुंडों ने बीजेपी के मंडल अध्यक्ष, एक ड्राइवर और कार पर हमला किया। हमने अपने 3 पोलिंग एजेंट को भी बचाया। टीएमसी के गुंडे 52 बूथों पर रैगिंग कर रहे हैं। लोग बीजेपी को वोट देने के लिए उतावले हो रहे हैं, लेकिन वे लोगों को वोट नहीं दे रहे।'
बंगाल में सभी चरणों में हिंसा
पिछले 15 मई को कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो के दौरान भी हिंसा देखने को मिली थी, जिसके कारण चुनाव आयोग ने वहां प्रचार का काम एक दिन पहले ही समेट दिया था। इससे पहले बंगाल में 6 चरणों के चुनाव हो चुके है और सब में कुछ न कुछ हिंसा देखके को मिली है। इसे देखते हुए चुनाव आयोग ने मौजूदा दौर में सुरक्षा के और भी सख्त इंतजाम किए थे। लेकिन, फिर भी बंगाल में पूरी तरह से शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न नहीं हो पाया और धांधली की शिकायतें भी सुनने को मिली हैं।
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