आसमान से बरसती बर्फ के बीच मरीज को 9 किलोमीटर पालकी पर बैठाकर पहुंचाया अस्पताल
नई दिल्ली। ठंड के कहर से दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत में लोगों का बुरा हाल है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसी जगहों में भारी बर्फ बारी भी हुई है। जिसके चलते इन इलाकों में जाम और रास्ते बंद होने जैसी स्थिति है। ऐसे में आपातकाल में क्या किया जाए ये पहाड़ों पर बसने वाले बखूबी जानते हैं। दरअसल हाल ही में हिमाचल के मंडी जिले में बीमार स्थिति में पड़े एक 70 साल के शख्स को परिजनों ने पालकी में लादकर अस्पताल पहुंचाया। भारी बर्फ बारी के चलते वाहनों का प्रयोग दुर्घटना को न्योता दे सकता था। ऐसे में शख्स के परिजनों ने पालकी पर उसे लादकर पूरे 9 किलोमीटर का रास्ता पैदल तय किया। इस दौरान ठिठुरन का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस घटनाक्रम की एक तस्वीर भी सामने आई है जिसमें जगह और हालात को साफ देखा जा सकता है।
बुजुर्ग के परिजनों ने छाम गांव से चाकूधर की सूरज घाटी तक ये रास्ता तय किया। पहाड़ियों पर रहने वालों को कभी तो इन हालातों का सामना प्रशासन की कमी के चलते करना पड़ता है तो कभी बर्फ बारी के कारण रास्ते बंद हो जाने के चलते। इसके अलावा बर्फ बारी के बाद रास्तों को साफ करने के लिए भी वहां रहने वालों को सड़कों का साफ करने की मशक्कत करनी पड़ती है।
भले ही हिमाचल में पर्यटक अपनी छुट्टियां मनाने के लिए आते हों लेकिन वहां रहने वालों के लिए बर्फ बारी किसी पीड़ा से कम नहीं है। इस दौरान कई दुर्घटनाएं भी होती हैं। हाल ही में उत्तराखंड से एक खबर आई थी जहां रुद्रप्रयाग में बर्फ बारी के चलते एक दूल्हे को 6 किलोमीटर पैदल चलकर अपनी शादी में पहुंचना पड़ा। इस दौरान लगातार बर्फ गिरती रही। ठंडों में खूबसूरत बर्फ बारी के बीच वहां रहने वालों को काफी कुछ झेलना पड़ता है।
यह भी पढ़ें- शादी को निकली 80 लोगों की बारात लेकिन पहुंचे सिर्फ 25, भारी बर्फ बारी में 6 किलोमीटर चलकर गया दूल्हा